Move to Jagran APP

कोहरे की दस्‍तक: हो जाएं सावधान, 15 सेे घेर सकता है सर्दी का पहरा Agra News

जनवरी अंत तक रहेगा कोहरे का असर। मीटर तक का दृश्य भी साफ नहीं दिखाई देगा।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Wed, 04 Dec 2019 03:15 PM (IST)Updated: Wed, 04 Dec 2019 03:15 PM (IST)
कोहरे की दस्‍तक: हो जाएं सावधान, 15 सेे घेर सकता है सर्दी का पहरा Agra News
कोहरे की दस्‍तक: हो जाएं सावधान, 15 सेे घेर सकता है सर्दी का पहरा Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। सर्दी की दस्तक के साथ कोहरा और धुंध छाने लगी है। ऐसे में 15 दिसंबर के बाद कोहरा घना होने लगेगा, दृश्यता शून्य हो जाएगी। जनवरी के अंत तक कोहरा छाया रहेगा।

loksabha election banner

सुबह कोहरा छाने लगा है, इसमें नमी बढ़ रही है। रविवार व सोमवार को कोहरा छाने के बाद मंगलवार की शाम को धुंध छाई रही। हालांकि दिन में बादल छटे नजर आए थे। बुधवार व गुरुवार को धूप निकलेगी। इसके बाद कोहरा छा सकता है। 15 दिसंबर से सुबह कोहरा छाएगा और रात में कोहरा गहराने लगेगा। दिसंबर के अंत तक घना कोहरा छाने से दृश्यता शून्य हो सकती है। 500 मीटर तक का दृश्य भी साफ नहीं दिखाई देगा।

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार जनवरी के प्रथम सप्ताह में भी घना कोहरा छाए रहने की आशंका है। 10 जनवरी के बाद कोहरा छटने लगेगा और 20 जनवरी के बाद कोहरा कम हो जाएगा। फरवरी के प्रथम सप्ताह से धूप निकलने लगेगी।

इस तरह छाता है कोहरा

सर्दी में आद्र्रता 100 फीसद तक पहुंच जाती है। जलवाष्प ऊपर उठती है, तापमान कम होने पर जलवाष्प छोटी बूंदों में बदल जाती है, यह वातावरण में छाने लगता है। यही कोहरा होता है। तापमान कम होने पर घना कोहरा छाने लगता है और दृश्यता शून्य तक पहुंच जाती है। आरबीएस कॉलेज में कृषि संकाय के डॉ. पीके उपाध्याय ने बताया कि खाली जगह और आस पास खेत होने से जलवाष्प जल्द ही छोटी बूंदों में बदल जाती है, यह पूरे वातारण में छा जाती हैं और घना कोहरा छाने लगता है। आबादी वाले क्षेत्रों में कोहरे का असर कम होता है।

मोतियाबिंद होने पर होती है परेशानी

जिला अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. आनंद उपाध्याय ने बताया कि कोहरा छाने पर जिन लोगों की आइ साइड कमजोर है, उन्हें परेशानी होती है। वहीं, 50 साल से अधिक उम्र के लोगों में मोतियाबिंद की शुरूआत होने पर रात में गाड़ी चलाने पर सामने से आ रही गाड़ी की लाइट से परेशानी होती है। ऐसे में अपना नेत्र परीक्षण करा लेना चाहिए।

11 माह में 500 मौत, 12 सौ से अधिक घायल

जनवरी 2019 से अब तक जिले में सड़क हादसों में पांच सौ लोगों की जान जा चुकी हैं। जबकि 1200 से अधिक घायल हो गए हैं। यमुना एक्सप्रेस वे पर झरना नाले में बस गिरने से एक साथ 30 लोगों की जान चली गई थी। इसी तरह के दिल दहला देने वाले कई और हादसे भी हुए हैं।

कहीं कोहरे में दम न तोड़ जाएं अपनों के सपने

सर्दी के साथ कोहरा भी कोहराम मचाने आने वाला है। हाईवे के साथ-साथ यमुना एक्सप्रेस वे और लखनऊ एक्सप्रेस वे पर भीषण हादसों की आशंका रहती है। कहीं कोहरे में आपके अपनों के सपने दम न तोड़ जाएं। इसलिए सुरक्षित सफर के लिए अभी से सजगता और इंतजाम जरूरी हैं। दिसंबर से ही कोहरे की शुरुआत हो जाती है। इसके बाद एक्सप्रेस वे और हाईवे पर रात का सफर मुश्किल भरा हो जाता है। कोहरे के कारण दृष्यता शून्य होने पर हादसे होते हैं। इन हादसों में रोजाना दर्जनों लोग घायल होते हैं या अकाल मौत का शिकार हो जाते हैं। तमाम लोग ताजिंदगी दिव्यांग हो जाते हैं। ऐसे में सुरक्षित ड्राइविंग से न केवल सड़क हादसे कम किए जा सकते हैं, बल्कि ऐसा करके अन्य राहगीरों का जीवन भी बचाया जा सकता है। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि जरूरी उपायों को कर कोहरे के मौसम में भी हादसों को कम किया जा सकता है।

सुरक्षित सफर के उपाय

- गाड़ी हेडलाइट लो बीम पर रखें: ऐसा करने से आपको देखने में आसानी होगी और सामने वाले को भी गाड़ी की सही स्थिति का पता चलेगा।

- वाहन तय लाइन में चलाएं: कोहरा घना हो तो वाहनों को लाइन में ही चलाने का प्रयास करें। सड़क के बाएं किनारे को देखकर गाड़ी चलाएं। इस तरह बिना किसी भटकाव के गाड़ी चलती रहेगी।

- पीली लाइट को फॉलो करें: वाहन चालकों की सहूलियत के लिए सड़कों के किनारे पीली ईंट लगाई जाती है। चालकों को इसे फॉलो करना चाहिए।

- दूरी का रखें ध्यान: हादसों से बचने के लिए सामने वाली गाड़ी से दूरी बनाकर रखना जरूरी है। कारण यह कि कोहरे की वजह से सड़कें गीली होती है। इसलिए गाड़ी का ब्रेक लगाने में दिक्कत आ सकती है।

- इंडीकेटर पर रखे ध्यान: गाड़ी चलाते समय वाहनों के इंडीकेटर पर ध्यान रखनी जरूरी है। गाड़ी मोड़ने से पहले इंडिकेटर देना शुरू कर देना चाहिए। ऐन मोड़ पर इंडिकेटर नहीं देना चाहिए।

- फॉग लाइट का लें सहारा: फॉग लाइट धुंध काटने में मददगार होता है।

- वाहनों की स्पीड रखें नियंत्रित: कोहरे के दिनों में वाहनों की रफ्तार पर नियंत्रण जरूरी है। दूसरी गाड़ियों को ओवरटेक करने से भी बचें।

- रेडियम टेप लगवा लें: आप अपनी गाड़ी के पीछे रेडियम टेप या रिफ्लेक्टर लगवा लें। इससे पीछे वाली गाड़ी को आपकी स्थिति का पता चलता रहेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.