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घर-घर हुई आदिशक्ति की आराधना

चैत्र नवरात्र के पहले दिन की गई घट स्थापना देवी के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की पूजा-अर्चना

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Apr 2021 05:33 AM (IST)Updated: Wed, 14 Apr 2021 05:33 AM (IST)
घर-घर हुई आदिशक्ति की आराधना
घर-घर हुई आदिशक्ति की आराधना

आगरा, जागरण संवाददाता। चैत्र नवरात्र के पहले दिन मंगलवार को घर-घर आदिशक्ति की आराधना हुई। हवन और पूजन कर मैया की आरती उतारी गई। मंदिरों व घरों में घट स्थापना हुई। मंदिरों में सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को सैनिटाइजेशन के बाद प्रवेश दिया गया। बिना मास्क के श्रद्धालुओं को मंदिरों में प्रवेश नहीं मिला। कुछ मंदिरों में तो श्रद्धालुओं को बाहर से ही दर्शन करने पड़े।

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चैत्र नवरात्र के पहले दिन देवी के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की गई। सुबह स्नान के बाद शुभ मुहूर्त में श्रद्धालुओं ने घरों में घट स्थापना की। मैया का आह्वान किया गया। गलियों व बस्तियों में स्थित मंदिरों में सुबह से ही पूजा-अर्चना को महिलाओं व युवतियों की भीड़ उमड़ी। प्रमुख देवी मंदिरों में प्रशासन द्वारा जारी कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन किया गया। इसलिए यहां श्रद्धालुओं की संख्या भी कम नजर आई। इंद्रपुरी स्थित मां सिद्धिदात्री मंदिर में एक बार में पांच श्रद्धालुओं को ही प्रवेश मिला। भक्तों ने मैया के दर्शन किए। यमुना किनारा स्थित कामाख्या देवी मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित रहा। उन्हें बाहर से ही दर्शन करने पड़े। चामुंडा देवी मंदिर, राजा की मंडी में पांच-पांच श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया गया। कालीबाड़ी मंदिर, शक्ति सुशील मंदिर में भक्तों ने शारीरिक दूरी का पालन करते हुए माता के दर्शन किए। वहीं, बहुत से श्रद्धालुओं ने नौ दिन के व्रत धारण किए। पारंपरिक रूप से किया नववर्ष का स्वागत

आगरा, जागरण संवाददाता। नवसंवत्सर 2078 के आगमन की बेला पर राष्ट्र सेविका समिति ने जयपुर हाउस स्थित रामलीला मैदान में हवन यज्ञ का आयोजन किया। इसमें नववर्ष का स्वागत कर कोरोना वायरस जैसे संकट से मानव जाति की रक्षा के लिए प्रभु से प्रार्थना की गई।

समिति की प्रांत संपर्क प्रमुख रेखा दीवान ने बताया कि हिदू नववर्ष विश्व की सभी धर्म संस्कृतियों में अनूठा है। इस दिन ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की। चैत्र नवरात्रों का प्रारंभ इसी दिन से होता है। महानगर कार्यवाह श्रुति सिघल, विभाग कार्यवाह मीना बंसल का कहना था कि हमें अपने घरों में रंगोली बनानी चाहिए, दरवाजों को तोरण से सजाना चाहिए, पूजा-पाठ व हवन, भजन करने चाहिए। कार्यक्रम में सेविकाओं ने माता के भजन गाए। इस दौरान शीला धुलेकर, संगीता शर्मा, मधु बहल, कविता, निलिमा, मीना, राधा, अरुणा, दुर्गेश, रीना, साधना, आरती, अनीता आदि मौजूद रहीं।

बल्केश्वर मंदिर में की महाआरती

वहीं राष्ट्र सेविका समिति आगरा महानगर ने बल्केश्वर स्थित महादेव मंदिर में महाआरती का आयोजन किया। समिति महानगर कार्यवाह श्रुति सिघल व अन्य बहनों ने हिदू नववर्ष का स्वागत कर विश्व को सुरक्षित रखने की कामना की।


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