आगरा के इस वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन का यह सच जानना जरूरी
ए-प्लस श्रेणी में शुमार आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पर लपके बने सिरदर्द, बगैर ढके बिकता है खाना
आगरा, जागरण संवाददाता। ए-प्लस श्रेणी में शुमार आगरा कैंट स्टेशन पर लपके बड़ा सिरदर्द बने हुए हैं। प्लेटफार्म, टिकट विंडो और पार्किंग, वे यात्रियों को जबरन घेर लेते हैं। रेलवे और सुरक्षा बलों के तमाम इंतजाम भी इन पर नकेल नहीं कस पा रहे। वहीं, स्टेशन पर वेंडरों को खाने का सामान बिना ढके हुए बेचते देखा जा सकता है।
शहर के इस प्रमुख स्टेशन पर दिल्ली के अलावा लंबी दूरी की ट्रेनों का स्टॉपेज रहता है। यहां भारतीय यात्रियों के साथ विदेशी पर्यटक भी बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। स्टेशन से बाहर आते ही लपके उन्हें घेर लेते हैं। साथ ले जाने के दबाव में कई मर्तबा मारपीट भी हुई लेकिन सुरक्षा बलों ने कोई सबक नहीं लिया। पिछले दिनों उन्होंने इंडियन रेलवे कैट¨रग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आइआरसीटीसी) के कर्मचारियों से मारपीट की थी। पूर्व में मुख्य द्वार पर यात्रियों को लेकर लपके भिड़ गए थे।
पार्सलघर बन गया प्लेटफार्म
पूर्व में दिल्ली से आगरा के बीच चलने वाली गतिमान एक्सप्रेस का प्लेटफार्म नंबर छह पर स्टॉपेज था। जबसे गतिमान को झांसी तक बढ़ाया गया है, यह प्लेटफार्म अब पार्सल रखने में इस्तेमाल किया जा रहा है। यहां अधिकांश समय पार्सल रखे रहते हैं। इससे यात्रियों को परेशानी होती है।
स्टेशन पर घूमते आवारा जानवर
शहर के अन्य स्टेशनों के समान यहां बंदरों का उत्पात है। आवारा जानवर कहीं भी घूमते मिल जाएंगे। स्टेशन के बाहर सफाई की उचित व्यवस्था नहीं है।
कैंट स्टेशन पर लपकों की समस्या गंभीर है। उनके चलते मान्यता प्राप्त पर्यटन एजेंटों को परेशानी होती है। लपकों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
- राजेश शर्मा, सदस्य, रेलवे परामर्शदात्री समिति
लपकों के खिलाफ नियमित अभियान चल रहा है। इसके लिए विशेष टीम गठित है। प्लेटफार्म व स्टेशन पर लपकों को पकड़ा जाता है। शिकायत पर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाती है।
- ललित कुमार त्यागी, प्रभारी जीआरपी कैंट थाना
हाइलाइटर
- आगरा कैंट स्टेशन रेलवे के ए-प्लस कैटेगिरी के स्टेशनों में शुमार है।
- छह प्लेटफार्म हैं। यात्रियों के लिए एस्केलेटर व लिफ्ट की सुविधा है।
- स्टेशन पर रेल ढाबा, वाटर एटीएम, मल्टीपरपज स्टॉल आदि की सुविधाएं हैं।
- स्टेशन पर बायोगैस प्लांट लगा हुआ है।