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Kidnapping: आगरा में कर्ज चुकाने को युवक ने रचा अपने अपहरण का ड्रामा, पुलिस ने दो घंटे में खोल दी पोल

Kidnapping एत्माद्दौला के दुर्गा नगर की घटना पुलिस ने दो घंटे में किया बरामद। ममेरे भाई के साथ मिलकर रची साजिश घर में किया 50 हजार की फिरौती को फोन। लॉकडाउन में नौकरी जाने पर डूब गया था कर्ज में।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Fri, 09 Oct 2020 09:16 AM (IST)Updated: Fri, 09 Oct 2020 09:16 AM (IST)
Kidnapping: आगरा में कर्ज चुकाने को युवक ने रचा अपने अपहरण का ड्रामा, पुलिस ने दो घंटे में खोल दी पोल
आगरा में ममेरे भाई के साथ मिलकर रची खुद के अपहरण की कहानी।

आगरा, जागरण संवाददाता। कर्ज चुकाने के लिए युवक ने अपना अपहरण होने का ड्रामा रचा। साजिश में ममेरे भाई को शामिल करके उससे घर पर 50 हजार रुपये फिरौती का फोन करा दिया। पुलिस ने दो घंटे में युवक को बरामद करके अपहरण की कहानी का पटाक्षेप कर दिया।

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इंस्पेक्टर एत्माद्दौला विनोद कुमार ने बताया गुरुवार की शाम को सात बजे पुलिस को दुर्गा नगर निवासी गौरव (28) पुत्र रमेश प्रसाद के अपहरण की सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंच गयी। ममेरे भाई विकास ने पुलिस को बताया कि वह गौरव के साथ मोमोज लेने गया था। वह मोमोज पैक कराने के बाद लौट रहे थे। रास्ते में तीन बाइक पर सवार छह युवकों ने उन्हें घेर लिया। गौरव को मारपीट करके जबरन अपनी बाइक पर बैठाने लगे। विरोध करने पर तमंचा तान दिया, मारपीट में उसके भी कपड़े फट गए। बाइक सवार गौरव को जबरन अपने साथ ले गए। विकास ने घर पर आकर इसकी जानकारी परिवार के लोगों को दी।

कुछ देर बाद गौरव के नंबर से परिवार के लोगों पर एक युवक ने फाेन किया। उसने 50 हजार रुपये की मांग की। इसके बारे में पुलिस को कुछ बताने पर गौरव को जान से मारने की धमकी दी। विकास की बातों से पुलिस को शक हो गया। उसे लेकर घटनास्थल पर गयी। गौरव के मोबाइल की लोकेशन निकाली तो वह नुनिहाई आयी। इसके बाद शाहदरा की ओर आने लगी। लोकेशन लगातार बदलने पर पुलिस की कई टीमों को लगाया गया। रात सा़ढ़े नौ बजे गौरव पुलिस को मिल गया। उसने बताया कि बदमाश पुलिस चेकिंग के चलते उसे छोड़कर भाग गए। मगर, अपहरण करके सिर्फ 50 हजार रुपये फिरौती मांगने की बात पुलिस के गले नहीं उतर रही थी। विकास और गौरव से पूछताछ करने पर दोनों ने अपहरण की कहानी रचने की बताया।

इंस्पेक्टर विनोद कुमार के मुताबिक पूछताछ में गौरव ने बताया कि वह तेल फैक्ट्री में काम करता था। लॉकडाउन में नौकरी जाने से उस पर 50 हजार रुपये कर्जा हो गया था। पिता बैंक से सेवानिवृत्त हुए हैं। इसलिए विकास के साथ मिलकर उसने अपने अपहरण का नाटक रचा। इससे कि स्वजनों से 50 हजार रुपये वसूल सकें। इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने बताया कि अपहरण की झूठी सूचना देने पर गौरव और विकास के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। 


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