हरे कृष्णा हरे रामा की गूंज के मध्य वृंदावन में सजा जगन्नाथ के रथ का अद्भुत नजारा
वृंदावन में निकाली जा रही जगन्नाथ रथ यात्रा। देसी- विदेशी हजारों भक्त हुए यात्रा में एकत्र।
आगरा(जागरण संवाददाता): हरे रामा, हरे कृष्णा की धुन, थिरकते कदम, सुगंधित फूलों की वर्षा और हाथों से भगवान का रथ खींचते हजारों भक्त। दृश्य भक्तिपूर्ण और भाव में बसी सिर्फ श्रद्धा। वृंदावन की सड़कों पर जब पुरी के राजा भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ निकले तो जयकारों से दिव्य बन गया धरा से अंबर तक का नजारा। देसी क्या, विदेशी क्या..हर जाति, हर रंग से परे भक्ति के रस रंग का ये अद्भुत, अकल्पनीय नजारा।
जगन्नाथ रथयात्रा महोत्सव मे शनिवार की शाम श्री कृष्ण की लीला भूमि भगवान जगन्नाथ के जयकारों से गूंज उठी। यमुना किनारे जगन्नाथ घाट स्थित जगन्नाथ मंदिर से शाम साढ़े चार बजे रथ में विराजमान होकर भगवान जगन्नाथ, बलभद्र व बहन सुभद्रा नगर भ्रमण को निकले। प्रशासनिक अव्यवस्थाओं के चलते यात्रा का रूट भले ही बदलना पड़ा हो मगर भक्तों के उत्साह में कमी नहीं थी। खबर लिखे जाने तक रथयात्रा धीरे धीरे आगे बढ़ रही है और भक्तों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। इसके साथ ही बढ़ रहा है अपने अराध्य के रथ को रस्सी के सहारे से खींचने की इच्छा। इसी इच्छा के चलते कई भक्त दूर शहरों और राज्यों से वृंदावन पहुंचे हैं। भगवान जगन्नाथ के रथ ज्ञान गुदड़ी पहुंचेंगे। इसके बाद मंदिर वापस आएंगे। सप्त देवालयों के रथ भी निकाले जा रहे हैं। पूरे मार्ग में प्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई है। वृंदावन की सड़कों पर हरे रामा- हरे कृष्णा का संकीर्तन गूंज रहा है। संगीत की धुन पर भक्त भक्ति में झूमते हुए चल रहे हैं तो झरोखों पर बैठे भक्त दूर से अपने देव के दर्शन कर रहे हैं।