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Mission Shakti: DGP ने कहा कांच युक्त पारदर्शी कमरे में बने, यहां झोंपड़ी में बना दी महिला हेल्प डेस्क

Mission Shakti जैतपुर थाने में झोंपड़ी में बनाई है महिला हेल्प डेस्क। न कंप्यूटर न टेलीफोन की सुविधा नाम को बना दी डेस्क। शिकायतकर्ताओं के बैठने के लिए भी जगह नहीं दिख रही। कोई कंप्यूटर भी यहां नहीं दिखा। ऐसे में कंप्यूटर में शिकायत कैसे फीड की जाएगी?

By Tanu GuptaEdited By: Published: Mon, 26 Oct 2020 07:53 AM (IST)Updated: Mon, 26 Oct 2020 07:53 AM (IST)
Mission Shakti: DGP ने कहा कांच युक्त पारदर्शी कमरे में बने, यहां झोंपड़ी में बना दी महिला हेल्प डेस्क
जैतपुर थाने में झोंपड़ी में बनाई है महिला हेल्प डेस्क।

आगरा, जागरण संवाददाता। एक विजन कि पुलिस की छवि सकारात्मक बने। पीड़ित के कदम थाने जाकर शिकायत करने में ठिठकें नहीं। शायद इसी सोच को लेकर पिछले दिनों डीजीपी एचसी अवस्थी ने महिला हेल्प डेस्क बनाने के निर्देश सभी जिलों के कप्तानों को दिए थे। इनका स्वरूप भी उन्होंने तय कर दिया था। कांचयुक्त पारदर्शी कमरे में महिला हेल्प डेस्क बनाई जानी थी। मगर, आगरा में एक थाना ऐसा है जहां झोंपड़ी में महिला हेल्प डेस्क बनाई गई है। इसमें न तो बिजली है और न ही पंखा। कंप्यूटर तो दूर की बात है।

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हम बात कर रहे हैं जैतपुर थाने की महिला हेल्प डेस्क की। इसका फोटो खुद पुलिस की ओर से सोशल मीडिया पर साझा किया गया है। शुक्रवार को पुलिस ने हर थाने में हेल्प डेस्क पर शिकायतकर्ताओं के शिकायत करते हुए के फोटो साझा किए थे। इनमें से एक फोटो जैतपुर थाने की महिला हेल्प डेस्क का था। जिले के अन्य थानों में कमरों में महिला हेल्प डेस्क हैं। इनमें से अधिकांश पर कंप्यूटर भी दिख रहा है। वहीं जैतपुर थाने की महिला हेल्प डेस्क पर ऐसा कुछ भी नहीं दिखा। झोंपड़ी में गुब्बारे लगाकर इसमें एक टेबल डाल दी गई है। इसमें शिकायतकर्ताओं के बैठने के लिए भी जगह नहीं दिख रही। कोई कंप्यूटर भी यहां नहीं दिखा। ऐसे में कंप्यूटर में शिकायत कैसे फीड की जाएगी? इसका अंदाजा भी लगाया जा सकता है। इसे देखकर तो महिला हेल्प डेस्क की महज औपचारिकता भर नजर आ रही है।

डीजीपी के ये थे आदेश

- कांचयुक्त पारदर्शी कमरा, जिसमें बिजली और पंखा के साथ पीने का पानी भी होगा।

- कंप्यूटर, टेलीफोन, मोबाइल से युक्त रिसेप्शन बनाया जाएगा।

- आगंतुक, शिकायतकर्ता के बैठने की व्यवस्था होगी।

- कैमरा की व्यवस्था की जाएगी।

- एक कर्मचारी नियुक्त किया जाएगा, जो आगंतुकों को पानी पिलाएगा।

- शिकायतकर्ता को शिकायत लिखने को स्टेशनरी उपलब्ध कराई जाएगी।

डेस्क पर नियुक्त कर्मियों को ये कार्य करने होंगे

- थाने आने वाले प्रत्येक आगंतुक या शिकायतकर्ता का डाटा बेस तैयार किया जाना।

- प्रार्थना पत्र स्कैन करके कंप्यूटर में फीड करना। इसकाे एक टोकन नंबर दिया जाएगा।

- शिकायतकर्ता को उसके प्रार्थना पत्र की प्राप्ति रसीद दी जाएगी।

पुलिसकर्मियों का प्रशिक्षण

- महिला हेल्प डेस्क पर नियुक्त किए जाने वाले पुलिसकर्मियों का प्रशिक्षण कराया जाए।

- मेट्रोपालिटन सेंटर तथा बड़े शहरों में तैनात महिला रिसेप्शनकर्मी या टूरिज्म पुलिसकर्मियों को अंग्रेजी भाषा का प्रशिक्षण दिया जाए।

- पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय मेरठ में वर्ष 2019- 2020 में स्थापित लैंग्वेज लैब से पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिलाया जाए। 


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