Poisonous Liquor Case: आगरा में एडीजी और कमिश्नर की जांच के बाद खुला मामला
Poisonous Liquor Case स्वजन चिल्ला-चिल्लाकर मौत का कारण बताया था जहरीली शराब। एडीजी राजीव कृष्ण ने लोगों से अपील की है कि अगर किसी को शराब पीने के बाद आंखों की रोशनी जाने शरीर में जलन या घबराहट जैसे लक्षण हों तो तत्काल उसके स्वजन उसे अस्पताल में भर्ती कराएं
आगरा, जागरण संवाददाता। दो दिन में डौकी और ताजगंज क्षेत्र के गांवों में जहरीली शराब से आठ लोगों की जान जाने के बाद स्वजन चिल्ला-चिल्लाकर जहरीली शराब से मौत बता रहे थे। मगर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट को आधार बनाकर पुलिस प्रशासन उनके आरोपों को खारिज कर रहा था। बुधवार को एडीजी राजीव कृष्ण और कमिश्नर अमित गुप्ता ने गांव में जाकर जानकारी ली। उनके प्रयास से कुछ घंटों में ही बिसरा की जांच रिपोर्ट फोरेंसिक लैब से मिल गई। इसके बाद जहरीली शराब से चार लोगों की मौत की पुष्टि हो गई।
ताजगंज के देवरी गांव में चार और डौकी के कौलारा कला और बरकुला गांव में शराब पीने के बाद चार लोगों की मौत के बाद खलबली मच गई थी। ग्रामीणों का कहना था कि जहरीली शराब पीने से उनकी मौत हुई है। मगर, प्रशासन द्वारा मंगलवार शाम को जारी की गई विज्ञप्ति में पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर जहरीली शराब पीने से मौत के आरोप खारिज कर दिए गए। उसमें एक-एक की मृत्यु का कारण भी विस्तृत रूप से बताया गया। बुधवार को शासन के निर्देश पर एडीजी राजीव कृष्ण और कमिश्नर अमित गुप्ता ने मामले की जांच की। दोनों अधिकारी डौकी के दोनों गांवों और देवरी गांव में पहुंचे। वहां एक-एक पीड़ित परिवार से अकेले में बात की। उनसे जानकारी ली कि शराब उन्होंने कहां से खरीदी थी और क्या लक्षण थे, जिनके बाद मौत हुई। इसके बाद एडीजी ने सुरक्षित रखे गए बिसरा जांच के लिए तत्काल विधि विज्ञान प्रयोगशाला भिजवाए। विधि विज्ञान प्रयोगशाला के निदेशक से तत्काल रिपोर्ट देने को कहा। एडीजी की सक्रियता से देर शाम तक विधि विज्ञान प्रयोगशाला की रिपोर्ट आ गई। इसमें चारों मृतकों के बिसरा में मिथाइल अल्कोहल की पुष्टि हो गई। इसके बाद जहरीली शराब से मौत होना प्रमाणित हो गया।
जहरीली शराब से मौत के मामले में एडीजी ने ताजगंज, डौकी और शमसाबाद थानों में मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए थे। एडीजी राजीव कृष्ण का कहना है कि जहरीली शराब से मौत के मामले में तीन थानों के प्रभारियों समेत नौ को निलंबित करने के साथ ही आबकारी इंस्पेक्टर व अन्य कर्मचारियों के निलंबन की रिपोर्ट शासन को दी गई है। पुलिस जहरीली शराब बनाने और बेचने वालों पर कड़ी कार्रवाई करेगी। इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। जहरीली शराब कहां बनी थी और किसने बेची थी? इसकी जानकारी की जा रही है। जहरीली शराब के इस सिंडिकेट को जड़ से खत्म किया जाएगा।
लक्षण दिखने पर अस्पताल में कराएं भर्ती, पुलिस को दें सूचना
एडीजी राजीव कृष्ण ने लोगों से अपील की है कि अगर किसी को शराब पीने के बाद आंखों की रोशनी जाने, शरीर में जलन या घबराहट जैसे लक्षण हों तो तत्काल उसके स्वजन उसे अस्पताल में भर्ती कराएं और पुलिस को सूचना दें। इसमें लापरवाही न बरतें।