UP Board: शिक्षकों की कमी से जूझ रहे मंडल के ये पांच विद्यालय, रिजल्ट 50 फीसद से भी रहा कम
UP Board शासन की सूचना के बाद स्पष्ट हुई स्थिति। जिले के एक और मंडल के पांच विद्यालय सूची में शामिल। माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक से मंडल के ऐसे विद्यालयों की जानकारी मांगी थी।
आगरा, जागरण संवाददाता। उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) 2020 की परीक्षा में मंडल के पांच जबकि जिले के एक ही विद्यालय का परिणाम 50 फीसद से नीचे रहा। अधिकतर विद्यालयों ने रिजल्ट कम रहने का कारण शिक्षकों की कमी को बताया है।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक से मंडल के ऐसे विद्यालयों की जानकारी मांगी थी, जिनका परिणाम शैक्षिक सत्र 2020 की बोर्ड परीक्षा में 50 फीसद से कम रहा। जिलों से प्राप्त सूचनाएं जुटाकर संयुक्त शिक्षा निदेशक डा. मुकेश अग्रवाल ने ऐसे पांच विद्यालयों की सूची माध्यमिक शिक्षा निदेशक को भेजी है।
विद्यालय और उनका परिणाम
- राजकीय इंटर कालेज कछपुरा, बाह, आगरा। हाईस्कूल रिजल्ट 38.4 फीसद, इंटर रिजल्ट 35.2 फीसद।
- राजकीय हाईस्कूल, बरथरा, एका, फीरोजाबाद, हाईस्कूल रिजल्ट 41.67 फीसद।
- राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चंदीकरा, मैनपुरी। हाईस्कूल रिजल्ट 47.37 फीसद।
- राजकीय कन्या इंटर कालेज, रठेरा, मैनपुरी। इंटर रिजल्ट 35.71 फीसद।
- स्व. रघुवीर सिंह यादव राजकीय इंटर कालेज नं. हार, मैनपुरी। इंटर रिजल्ट 33.33 फीसद।
यह बताए कारण
- राजकीय इंटर कालेज कछपुरा के तीन शिक्षक अन्य विद्यालयों में संबद्ध हैं। जबकि हाईस्कूल में तीन, जबकि इंटर में एक भी विषय को पढ़ाने के लिए विद्यालय में शिक्षक ही उपलब्ध नहीं हैं।
- राजकीय हाईस्कूल, बरथरा, फीरोजाबाद में वर्ष 2020 में प्रधानाध्यापक के अलावा सिर्फ एक शिक्षिका नीलम यादव ही कार्यरत थे, इसी माह दो अध्यापकों ने कार्यभार ग्रहण किया है।
- राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चंदीकरा, मैनपुरी में प्रधानाध्यापक 31 मार्च 2020 को सेवानिवृत हो गए हैं। संबंधित संस्था में दो शिक्षिकाओं के अतिरिक्त अन्य विषय के शिक्षक उपलब्ध नहीं।
- राजकीय कन्या इंटर कालेज, रठेरा, मैनपुरी में कई विषय के शिक्षकों के पद रिक्त होने के कारण पठन-पाठन सुचारू नहीं हो पा रहा।
- स्व. रघुवीर सिंह यादव राजकीय इंटर कालेज नं. हार, मैनपुरी में अन्य विषयों से संबंधित प्रवक्ताओं के पद रिक्त होने से पठन-पाठन सुचारू रूप से नहीं हो पा रहा।