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Protected Monument: ताजमहल से पहले बना था हाथीखाना, ASI ने संभाला अब संरक्षण का जिम्‍मा

Protected Monument अगस्त 2018 में संरक्षित घोषित किया गया था ताजमहल के नजदीक स्थित स्मारक। ईंटें निकलने से खोखली हो चुकी हैं दीवारें सामग्री की आपूर्ति को किया गया है टेंडर।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Sun, 13 Sep 2020 10:25 AM (IST)Updated: Sun, 13 Sep 2020 10:25 AM (IST)
Protected Monument: ताजमहल से पहले बना था हाथीखाना, ASI ने संभाला अब संरक्षण का जिम्‍मा
Protected Monument: ताजमहल से पहले बना था हाथीखाना, ASI ने संभाला अब संरक्षण का जिम्‍मा

आगरा, निर्लोष कुमार। ताजमहल के नजदीक स्थित संरक्षित स्मारक हाथीखाना के संरक्षण को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने सुध ली है। एएसआइ द्वारा सामग्री की आपूर्ति को टेंडर किया गया है। पहले चरण में जमीन के स्तर से सात-आठ फुट ऊंचाई तक दीवारें सही की जाएंगी। बाद में अन्य काम किए जाएंगे।

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ताजमहल के पूर्वी गेट से नगला पैमा जाने वाले रास्ते पर यमुना के नजदीक हाथीखाना है। एएसआइ ने अगस्त, 2018 में फाइनल नोटिफिकेशन कर हाथीखाना और इसके नजदीक स्थित हवेली आगा खां को संरक्षित स्मारक घोषित किया था। इनका प्री-नोटिफिकेशन वर्ष 2014 में किया गया था। वर्ष 2018 में हाथीखाना के चारों ओर फेंसिंग व सफाई कराई गई थी। विलंब से संरक्षित स्मारक घोषित किए जाने के चलते हाथीखाना की दशा अत्यंत खराब है। उसकी दीवारों से जगह-जगह से लाखौरी ईंटें निकल गई हैं। मेहराब में दरार है। चूने का प्लास्टर उखड़ चुका है। जगह-जगह से रेड सैंड स्टोन के पत्थर निकल चुके हैं। संरक्षित स्मारक घोषित करने के दो वर्ष बाद एएसआइ ने हाथीखाना के संरक्षण को टेंडर किया है। एएसआइ शुरुआत में चारों ओर से हाथीखाना की दीवारों को सात-आठ फुट की ऊंचाई तक सही कराएगा। इसमें दीवार से निकली ईंटें दोबारा लगाने के साथ, प्वॉइंटिंग, प्लास्टर आदि काम किए जाएंगे। यहां पड़ा मलबा हटाया जाएगा। टेंडर जमा करने की अंतिम तिथि 15 सितंबर है। 16 को फाइनेंसियल बिड खोली जाएगी।

अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि हाथीखाना का संरक्षण शीघ्र शुरू किया जाएगा। इसके लिए सामग्री की आपूर्ति को टेंडर किया गया है।

ताज निर्माण के समय हाथी ढोते थे पत्थर

हाथीखाना, दरअसल एक विशाल दरवाजा है। स्थापत्य कला की दृष्टि से यह जहांगीर के समय का प्रतीत होता है। यहां हाथियों को रखा जाता था। ताजमहल के निर्माण के दौरान हाथियों द्वारा पत्थर यहीं से ढोए जाते थे।

हेरिटेज वॉक में है शामिल

हाथीखाना उप्र पर्यटन वॉक द्वारा बनाए गए हेरिटेज वॉक में शामिल है। इस वॉक में ताज पूर्वी गेट के नजदीक स्थित संदली मस्जिद, बान वालों की बगीची, हाथीखाना, हवेली आगा खां और हवेली खान-ए-दुर्रां शामिल हैं।


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