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Carrying capacity at Monument: आगरा के हित में है स्मारकों की कैरिंग कैपेसिटी

Carrying capacity at Monument कोविड काल में एएसआइ ने तय की है स्मारकों के लिए पर्यटकों की क्षमता। आगरा में बढ़ेगा पर्यटकों का रात्रि प्रवास ताज के अलावा अन्य स्मारक भी चलेंगे।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Wed, 02 Sep 2020 02:22 PM (IST)Updated: Wed, 02 Sep 2020 02:22 PM (IST)
Carrying capacity at Monument: आगरा के हित में है स्मारकों की कैरिंग कैपेसिटी
Carrying capacity at Monument: आगरा के हित में है स्मारकों की कैरिंग कैपेसिटी

आगरा, जागरण संवाददाता। मंगलवार से ताजनगरी में ताजमहल और आगरा किला को छोड़कर सभी स्मारक खुल गए। कोविड-19 के काल में संक्रमण से लाेगों को बचाने और शारीरिक दूरी के नियम के पालन को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने सभी स्मारकों में कैरिंग कैपेसिटी (धारण क्षमता) लागू की है। पर्यटन कारोबारी इसे आगरा के हित में मान रहे हैं। उनका मानना है कि यह जब तक लागू रहेगी, तब तक आगरा में पर्यटकों का रात्रि प्रवास बढ़ा रहेगा। ताज के दीदार को इंतजार के चलते पर्यटक अन्य स्मारकों का रुख करेंगे।

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आगरा में ताजमहल और अागरा किला को छोड़कर सभी स्मारक मंगलवार से खुल गए हैं। स्मारक खुले तो उनमें सबसे बड़ा बदलाव एक दिन में निश्चित संख्या में ही पर्यटकों को प्रवेश मिलने की व्यवस्था रही। एएसआइ ने कोविड-19 काल में स्मारकों को खोलने के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) के साथ उनके दीदार को एक दिन में पर्यटकों की अधिकतम संख्या भी तय की है। ताजमहल जब खुलेगा तो शुक्रवार की साप्ताहिक और रविवार को उप्र में बन्दी लागू रहने तक सप्ताह में पांच दिन ही खुल सकेगा। पांच दिन में 25 हजार पर्यटक ही ताज देख सकेंगे, जबकि कोविड-19 से पूर्व इससे अधिक पर्यटक प्रतिदिन ताज देखा करते थे। इस स्थिति में पर्यटकों को ताज देखने के लिए इंतजार करना पड़ेगा, जिससे यहां रात्रि प्रवास बढ़ेगा। इस स्थिति में अागरा के जिन स्मारकों में अधिक पर्यटक नहीं पहुंचते, वो गुलजार हो जाएंगे।

इतनी तय है क्षमता

एएसआइ ने सुबह व दोपहर के स्लॉट में स्मारकों में कैरिंग कैपेसिटी लागू की है। यह ताजमहल के लिए पांच हजार (2500-2500), आगरा किला के लिए 2500 (1200-1300) और अन्य स्मारकों के लिए 2000 (1000-1000) प्रतिदिन तय की गई है। इस सीमा से अधिक पर्यटक स्मारक में प्रवेश नहीं पा सकेंगे।

नीरी ने 2015 में की थी सिफारिश

ताजमहल के पत्थरों के सैलानियों के कदमों तले घिसने, स्मारक की मजबूती और सूखती यमुना पर वर्षों से सवाल उठने पर सुप्रीम कोर्ट के अादेश पर वर्ष 2015 में एएसआइ ने नेशनल इन्वायरमेंटल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (नीरी) से अध्ययन कराया था। नीरी ने अपनी रिपोर्ट में ताज में एक घंटे में अधिकतम छह हजार सैलानियों को प्रवेश देने, स्मारक में पर्यटकों की संख्या नौ हजार से अधिक नहीं होने देने, पर्यटकों को डेढ़ घंटे से अधिक रुकने की अनुमति नहीं होने व स्टेप टिकटिंग के सुझाव दिए थे।

पहले दिन आये थे 277 पर्यटक

मंगलवार को आगरा में फतेहपुर सीकरी, मेहताब बाग, एत्माद्दौला, सिकन्दरा, रामबाग, मरियम टॉम्ब खुले। इन सभी में पहले दिन 277 पर्यटक पहुंचे।

'स्मारकों की कैरिंग कैपेसिटी अागरा के पर्यटन उद्योग के हित में है। यह जब तक लागू रहेगी, तब तक यहां पर्यटकों का रात्रि प्रवास बढ़ेगा और अन्य स्मारकों का पर्यटक रुख करेंगे।'

-अखिलेश दुबे, टूर ऑपरेटर

'कैरिंग कैपेसिटी को बहुत पहले लागू हो जाना चाहिए था। स्मारकों के संरक्षण को यह उचित भी है। एएसआइ को इसे कोविड काल के लिए ही नहीं, वरन स्थायी रूप से लागू करना चाहिए।'

-संदीप अरोड़ा, अध्यक्ष आगरा टूरिज्म डवलपमेंट फाउंडेशन 


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