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Happy Eid-ul-Adha 2020: सुलहकुल की नगरी में शांति से मनाया जा रहा ईद-उल-अजहा का त्‍योहार, घरों में हो रही नमाज अदा

Eid Ul Adha 2020 मस्जिदों पर कोरोना के चलते पुलिस तैनात। धर्मगुरुओं की अपील फज्र की नमाज के बाद चाश्त की चार रकात घर पर ही अदा करें। शरीयत के हिसाब से करें कुर्बानी

By Prateek GuptaEdited By: Published: Sat, 01 Aug 2020 09:33 AM (IST)Updated: Sat, 01 Aug 2020 09:33 AM (IST)
Happy Eid-ul-Adha 2020: सुलहकुल की नगरी में शांति से मनाया जा रहा ईद-उल-अजहा का त्‍योहार, घरों में हो रही नमाज अदा
Happy Eid-ul-Adha 2020: सुलहकुल की नगरी में शांति से मनाया जा रहा ईद-उल-अजहा का त्‍योहार, घरों में हो रही नमाज अदा

आगरा, सुबान खान। कोरोना काल में सुलहकुल की नगरी के बाशिंदों ने एक बार फिर अमन और मोहब्‍बत का पैगाम दिया है। संक्रमण फैलने के खतरे और वीकली लॉकडाउन के चलते ईद-उल-अजहा के मौके पर गलियों में सन्नाटा रहा और घर में ईद की नमाज अदा की गई। मस्जिदों पर सुबह से ही पुलिस फोर्स तैनात है। धर्मगुरुओं की भी यही अपील थी कि लोग घरों में रहकर नमाज अदा करें, उसका पालन हो भी रहा है।

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शहर में शनिवार को ईद-उल-अजहा (बकरीद) मनाई जा रही है। सुबह फज्र की नमाज अदा करके मुस्लिम समुदाय ने नए कपड़े पहने और घरों में ही चाश्त की चार रकात पढ़ीं। इसके बाद कुर्बानी का सिलसिला शुरू हो गया। मंटोला, लोहामंडी, शाहगंज, आजमपाड़ा, तेलीपाड़ा, सैयदपाड़ा, शहीद नगर, वजीरपुरा की गलियों में सन्नाटा रहा। लोगों ने अपने अपने घरों में बकरों की कुर्बानी की।

जामा मस्जिद और ईदगाह में हुई नमाज

इस्लामिया लोकल एजेंसी के अध्यक्ष असलम कुरैशी ने बताया ईदगाह में सात लोगों ने नमाज अदा की। वहीं, जामा मस्जिद में पांच लोगों ने ईद-उल-अजहा की नमाज पढ़ी। ईदगाह में शहर मुफ्ती मजदुल कुद्दूस खुबैब रूमी व हाजी इकबाल संग इंतजामिया कमेटी के सदस्य थे। जामा मस्जिद में शाही इमाम इरफान उल्लाह खान निजामी ने मस्जिद कमेटी के पांच सदस्यों को नमाज पढ़ाई।

चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा

सुबह से ही मुस्लिम इलाकों में फोर्स पुलिस तैनात हो गया। जामा मस्जिद और ईदगाह पुलिस के जवानों की पैनी नजर बनी रही। इस दौरान डीएम प्रभु एन सिंह और एसएसपी बबलू कुमार भी ईदगाह पर मौजूद रहे। उधर, थाना प्रभारियों ने अपने अपने क्षेत्र में कड़ी निगरानी के साथ सुरक्षा व्यवस्था संभाली।

चाश्त की चार रकात अदा करें

शाही जामा मस्जिद के इमाम इरफान उल्ला खान निजामी ने बताया कि संक्रमण फैलने के डर से सामूहिक नमाज अदा करने की इजाजत नहीं है। इस वजह से मुस्लिमों को ईद की नमाज अलग-अलग पढ़नी होगी। जिसमें चार रकात चाश्त की पढ़ी जाएंगी। यह नमाज फज्र की नमाज के बाद सुबह नौ बजे तक पढ़ी जा सकतीी हैं।

रात तक बाजार रोशन, खूब हुई खरीदारी

शुक्रवार को बाजार देर रात तक रोशन रहे। मुस्लिम समुदाय ने फैनी और कपड़ों की जमकर खरीदारी की। शाहगंज, हॉस्पिटल रोड, लोहामंडी में काफी भीड़ रही। शाम होने पर बाजारों में भीड़ बढ़ती गई। ईद-उल-फितर पर लॉकडाउन के कारण लोग खरीदारी नहीं कर पाए थे। अब बकरीद पर नए कपड़े लोग पहनकर ईद मनाएंगे।

बकरों की सजावट

ईद-उल-अजहा पर जिन बकरों की कुर्बानी होनी थी। वह शुक्रवार को ही लोगों सजा दिए गए थे। उनके गले में फूल मालाएं पहना दीं। शरीद पर मेहंदी से अल्लाह लिख दिया। उनकी टांगों को मेहंदी से रच दिया।

इन्होंने कहा है..

कोरोना वायरस की वजह से शनिवार को साप्ताहिक बंदी है। लोगों के बाहर निकलने पर पाबंदी है। इसलिए आवाम से अपील है कि घर पर नमाज अदा करें। प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करें।

इनायत अली अबुल उलाई, सज्जादानशीं, दरगाह अबुल उल्लाह

बकरीद पर पशुओं की कुर्बानी करके उनके अवशेषों को सार्वजनिक स्थान पर जाने से बचे। पशु की खाल को मदरसे को दें, अन्य अवशेषों को मिट्टी में दफन कर दें।

मोहम्मद रशीद हुसैन मिया, सज्जादानशीं, दरगाह बाबा औलिया 


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