Tours and Travels: ऑल इंडिया परमिट को लखनऊ की दौड़ से बढ़ी आगरा के ट्रैवल ऑपरेटर की सिरदर्दी
Tours and Travels पहले गाड़ियों के लिए आगरा से ही मिलता था परमिट। अधिक समय लगने के साथ बढ़ गए हैं काम के दाम।
आगरा, जागरण संवाददाता। टूरिस्ट व्हीकल के लिए आॅल इंडिया परमिट और ऑथराइजेशन रिनुअल को लखनऊ की दौड़ ने ट्रैवल ऑपरेटरों की सिरदर्दी बढ़ा दी है। अब काम में अधिक समय लगने के साथ ही काम के दाम भी बढ़ गए हैं। वहीं, डॉक्यूमेंट में कोई कमी होने पर उन्हें दौड़भाग के साथ मानसिक परेशानी का अलग से सामना करना पड़ता है।
टूरिस्ट व्हीकल के लिए परिवहन विभाग से परमिट लेना आवश्यक होता है। मार्च के प्रथम सप्ताह तक परमिट आैर अाॅथराइजेशन रिनुअल का काम आगरा में ही होता था। इसके बाद यह काम लखनऊ से किया जाने लगा। केंद्र सरकार जहां टूरिस्ट व्हीकल को राहत देने को ऑल इंडिया परमिट की प्रक्रिया को ऑनलाइन करने को प्रयासरत है, तब उप्र में इस सेवा के केंद्रीकरण ने ट्रैवल ऑपरेटर की सिरदर्दी बढ़ा दी है। आगरा से उन्हें लखनऊ की दौड़ लगानी पड़ती है। इससे उनकी भागदौड़ और पेपर वर्क बढ़ गया है। कोई भी डॉक्यूमेंट कम होने पर उन्हें दोबारा जाना पड़ता है। आगरा से जो काम पहले तीन दिन में हो जाते थे, अब उनमें 15 दिन तक का समय लग रहा है। भागदौड़ में समय और पैसा दोनों बर्बाद हो रहे हैं।
ट्रैवल ऑपरेटर बैठे हैं खाली
ताजमहल बंद होने से आगरा के ट्रैवल ऑपरेटर करीब साढ़े चार माह से खाली बैठे हैं। उनके पास कोई काम नहीं है और गाड़ियां खड़ी हुई हैं, मगर खर्चे जस के तस हैं। सरकार से राहत की हर उम्मीद टूट चुकी है।
बढ़ गए हैं दाम
ट्रैवल कारोबार से जुड़े लोगों की मानें तो अागरा में चार सीटर से 41 सीटर वाहन की ऑथराइजेशन फीस पर 700 रुपये तक ट्रैवल ऑपरेटर को खर्च करने पड़ते थे, लखनऊ में यह खर्चा दो से तीन हजार रुपये तक पड़ रहा है। वहीं, 13 सीटर तक के लिए परमिट फीस पर आगरा में सात से आठ हजार रुपये खर्च होते थे, जो कि लखनऊ में 15 हजार रुपये तक पहुंच गया है।
परमिट और ऑथराइजेशन का काम लखनऊ शिफ्ट होने से दिक्कतें और भागदौड़ बढ़ी हैं। केंद्र सरकार ऑल इंडिया परमिट जारी करने की प्रक्रिया को ऑनलाइन करने की बात कर रही है, वहीं उप्र में उसका केंद्रीकरण समय और पैसा दोनों जाया करने वाला है।
-सुनील गुप्ता, ट्रैवल ब्यूरो
अागरा में परमिट और ऑथराइजेशन का काम आसानी से हो रहा था। यह काम लखनऊ शिफ्ट किए जाने से दिक्कत और सिरदर्द के अलावा कुछ नहीं बढ़ा है। आगरा में जो काम कम पैसे में हो जाता था, उसे लखनऊ शिफ्ट किए जाने से दोगुना खर्चा हो रहा है।
-निखिल गर्ग, अादर्श ट्रैवल्स