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CoronaVirus: पॉजिटिव का हमनाम होना बना मुसीबत, लगानी पड़ी CM Yogi से गुहार

नाई की मंडी इलाके का मामला हमनाम और उनका परिवार परेशान। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग फोन करके क्वारंटीन होने का बना रहे दबाव।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sun, 24 May 2020 01:07 PM (IST)Updated: Sun, 24 May 2020 01:07 PM (IST)
CoronaVirus: पॉजिटिव का हमनाम होना बना मुसीबत, लगानी पड़ी CM Yogi से गुहार
CoronaVirus: पॉजिटिव का हमनाम होना बना मुसीबत, लगानी पड़ी CM Yogi से गुहार

आगरा, जागरण संवाददाता। मिलते-जुलते नाम के निर्दोष जेल भेजने के किस्से अब तक पुलिस के बारे में सुने जाते थे। मगर, कोरोना काल में मिलता-जुलता नाम होने एक शख्स और उसके परिवार के लिए मुसीबत बन गया। कोरोना टेस्ट कराने वाला व्यक्ति रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर गायब हो गया। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम उसे तलाशने की जगह उससे मिलते-जुलते नाम वाले व्यक्ति और उसके परिवार पर होम क्वारंटीन होने का दबाच बना रही है। पीड़ित ने मामले में मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत की है।

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मामला नाई की मंडी के बड़ा गालिबपुरा निवासी रियाजुद्दीन का है। उनके अनुसार स्वास्थ्य विभाग की टीम इलाके में उनके नाम के मिलते-जुलते कोरोना पॉजीटिव को तलाश कर रही थी। उनका मकान थाने के सामने ही पड़ता है। इसी दौरान थाने से उनके घर पर एक सिपाही आया। उनका मोबाइल नंबर मांग कर ले गया कि कुछ काम है। इसके कुछ घंटे बाद ही उनके मोबाइल पर फोन आया कि वह कोरोना पॉजीटिव हैं। वह आइसोलेशन में जाने की तैयारी कर लें। यह सुनते ही रियाजुद्दीन और उनके परिवार के होश उड़ गए। रियाजुद्दीन के अनुसार उन्होंने कोरोना टेस्ट को सैंपल नहीं दिया था। वह बिल्कुल स्वस्थ हैं। ऐसे में बिना टेस्ट कराए वह पॉजीटिव कैसे हो गए। जब बीमारी ही नहीं है तो फिर इलाज कराने क्यो भेजा जा रहा है। रियाजु्द्दीन के अनुसार उन्होंने पुलिस और स्वास्थ्य विभाग से जानकारी करने के बाद बताया कि कोरोना पॉजीटिव दूसरे मोहल्ले का रहने वाला है। उसके और उनके पिता का नाम भी अलग-अलग है। स्वास्थ्य विभाग को जिसे क्वारंटीन करना है, वह कोई और है। पुलिस चाहे तो इसकी जांच कर सकती है। वह लॉकडाउन के बाद से घर पर हैं। उन्हाेंने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी की है। आशंका जताई है कि पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम उन्हें जबरन आइसोलेशन में न भेज दे।

वहीं मामले में इंस्पेक्टर नाई की मंडी संजय त्यागी का कहना है कि पुलिस ने रियाजुद्दीन को फोन नहीं किया। उनके पास स्वास्थ्य विभाग से फोन आया था। एक नाम और पता बताकर मोबाइल नंबर मांगा गया था। उन्होंने रियाजउद्दीन का मोबाइल नंबर स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध करा दिया। उस पर स्वास्थ्य विभाग से फोन आया होगा। 


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