आगरा में धरना देते कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू गिरफ्तार, सीमा पर तनाव
फतेहपुरसीकरी में धरने पर बैठे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू बोले कांग्रेस बस देने को तैयार लेकिन बाधा डाल रही प्रदेश सरकार। देर रात हुआ मुकदमा दर्ज।
आगरा, जेएनएन। बसों को लेकर कांग्रेस और भाजपा सरकार के बीच चल रही तनातनी अब खुलकर सामने आ रही है। मंगलवार को आगरा मंडल पहुंचे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। आरोप लगाया कि कांग्रेस प्रवासी मजदूरों की सेवा करना चाहती है, लेकिन सरकार इस सेवा में अड़ंगा डाल रही है। कांग्रेस बस देने को तैयार है, लेकिन सरकार तरह- तरह से बाधा डाल रही है। लल्लू और कांग्रेस विधानमंडल के पूर्व नेता प्रदीप माथुर मथुरा के बाद शाम को फतेहपुरसीकरी बार्डर पर राजस्थान सीमा पर धरना देने पहुंच गए। उनके साथ स्थानीय कांग्रेसी भी थे। इधर राजस्थान से कांग्रेस नेता भी सीमा पर आ डटे। दोनों सीमाओं पर 50 मीटर के फासले पर उत्तर प्रदेश और राजस्थान के नेताओं ने धरना देना शुरू कर दिया। हंगामा बढ़ते देख आगरा से आला पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और कांग्रेस अध्यक्ष समेत अन्य कांग्रेसियों को गिरफ्तार कर लिया। देर रात कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और विवेक बंसल पर फतेहपुर सीकरी थाने में 188, 269 और महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
फतेहपुरसीकरी में राजस्थान सीमा पर लगे चौमा शाहपुर पर मंगलवार शाम को जबरदस्त गहमागहमी रही। कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में शुरू हुए धरने में 'जर्रा-जर्रा गूूंज रहा इंकलाब के नारोंं से, योगी कब तक जुल्म करेगा सत्ता के गलियारोंं से' नारा गूंजने लगा। अजय कुमार लल्लू ने कहा हम तो प्रवासी श्रमिको को सहुलियत देने के लिये मानवीय आधार पर एक हजार बसें उनके घर तक पहुंचाने के लिये दे रहे थे और देने के लिये सकंल्पित हैंं लेकिन प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ और उनके अधिकारी पूरे दिन कांंग्रेस की बसों को प्रदेश की सीमा में प्रवेश देेने के लिये अनुमति देने के लिये बहानेबाजी करते रहे। अब हमारे सब्र का बांध टूट गया है और हमें बार्डर पर धरने पर बैठना पड़ा है।
उन्होंने कहा कि मंगलवार पूर्वान्ह से ही आगरा प्रशासन कांग्रेस की बसों को प्रवासी श्रमिको के उनके घर तक पहुंचाने के लिये शाम तक अनुमति देने की बात कहता रहा और कांग्रेस की बसों को नोएडा एंव गाजियाबाद बार्डर पहुंचाने की बात करता रहा। लेकिन शाम पांच बजे करीब बसों के उत्तर प्रदेश में प्रवेश की अनुमति देने से इंकार कर दिया। धरने पर उनके साथ प्रदीप माथुर, जिलाध्यक्ष मनोज दीक्षित अन्य थे।
सूचना पर आला अफसर भी पहुंच गए। काफी देर तक चली तडका भडकी के बाद नहीं मानने पर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष समेत पांच लोगोंं को गिरफ्तार कर आगरा भेज दिया गया।
इससे पूर्व दोपहर में मथुरा में पूर्व विधायक प्रदीप माथुर के आवास पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए अजय कुमार लल्लू ने कहा कि हमने सरकार से एक हजार बसों की अनुमति मांगी थी। सरकार ने अनुमति देने में दो दिन की देरी की, इसके लिए भी हम सरकार का धन्यवाद देते हैं। बेबस प्रवासी मजदूर नोएडा, गाजियाबाद बॉर्डर पर फंसे हैं, उन लोगों के प्रति सरकार गंभीर नहीं हैं। सरकार ने अब कहा कि लखनऊ पर लाकर बस खड़ी करिए। सरकार रात में अनुमति देती है और सुबह नौ बजे बस मांगती है। हम सरकार से पूछना चाहते हैं कि लखनऊ में बस लाने का क्या औचित्य है। अभी जरूरत गाजियाबाद, नोएडा बॉर्डर की है। हमने पहले ही नोएडा और गाजियाबाद बॉर्डर पर बस खड़ा करने की बात कही थी। सरकार जानबूझकर मजदूरों की सेवा करने में रोड़ा डाल रही है। बस तैयार हैं, सरकार का जैसे ही आदेश होगा, बस उपलब्ध करा दी जाएंगी। सभी बसों के नंबर भी उपलब्ध कराए गए हैं। कोई भी नंबर गलत नहीं है। सरकार नोडल अफसर नियुक्त कर बसों की जांच कर सकती है। हम इस संकट के समय में सरकार का सहयोग करना चाहते हैं, लेकिन सरकार पीछे भाग रही है। सरकार आंकड़ों में फंसाकर मजदूरों का नुकसान करना चाहती है। हम पूरी तरह मजदूरों के साथ खड़े हैं। हम नहीं देख सकते कि मजदूर भूखे, नंगे पैर सफर करें। हमने पत्र लिखकर यह स्पष्ट किया था कि बस नोएडा, गाजियाबाद के बॉर्डर पर खड़ी की जाएंगी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी भी लगातार मजदूरों के हित में आवाज उठा रहे हैं। सरकार को मजदूरों को 7500 रुपये देने चाहिए। सरकार को लोन देने के स्थान पर पैकेज देना होगा। उनके बिजली बिल, लोन माफ करने होंगे। पूर्व विधायक प्रदीप माथुर, जिलाध्यक्ष दीपक चौधरी, महानगर अध्यक्ष उमेश शर्मा, मुकेश धनगर, विनेश सनवाल आदि मौजूद रहे।