TrumpVisitIndia: मुकम्मल इंतजाम, बेकरार ताजनगरी, कुछ घंटे शेष विशेष मेहमान के आगमन को Agra News
TrumpVisitIndia शहर के इतिहास में दर्ज होगी सुनहरी तारीख। शाम 445 बजे परिवार सहित ट्रंप पहुंचेंगे आगरा।
आगरा, राजीव शर्मा। मोहब्बत की निशानी ताज और ताजदार-ए-अमेरिका डोनाल्ड ट्रंप आज आमने- सामने होंगे। ताज जहां अपने हुस्न पर इतरा रहा होगा, वहीं पहले से ही ताज का मुरीद ट्रंप परिवार अपनी हसरत को साकार होता देख आह्लादित होगा। ट्रंप के स्वागत के लिए ताज ही नहीं ताजनगरी भी सज-संवर कर तैयार है। यूं तो ताज का दीदार करने दर्जनों राष्ट्राध्यक्ष आए हैं, अमेरिका के भी डोनाल्ड ट्रंप तीसरे राष्ट्रपति हैं। यह पहला मौका है कि जब किसी राष्ट्राध्यक्ष के स्वागत के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं। ट्रंप परिवार को जहां ताज की खूबसूरती आकर्षित करेगी, वहीं ब्रज की अनूठी सांस्कृतिक विरासत का भी दीदार होगा। दो घंटे का यह दौरा यादगार होगा।
नमस्ते ट्रंप..। बेसब्र शहर और बेहिसाब इंतजाम। ताजनगरी पलकें बिछाए आपका इंतजार कर रही है। आपके स्वागत को न सिर्फ मौसम बल्कि शहर की रंगत ही बदली हुई है। चमचमातीं सड़कें। प्रफुल्लित करने वाले रंग-बिरंगे फूल। पूरे रूट पर कदम-कदम पर भारतीय कला और संस्कृति की झलक। रामलीला से लेकर कृष्णलीला तक का मंचन। जगह-जगह फहरते दोनों देशों के ध्वज। सुरक्षा ऐसी कि परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा। ऐसी अभूतपूर्व तैयारियां इससे पहले किसी राष्ट्राध्यक्ष के स्वागत में नहीं हुई।
24 फरवरी, 2020 आगरा के इतिहास में दर्ज होने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खास दोस्त अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्वागत की यादगार तैयारियां की गई हैं। खेरिया हवाई अड्डे पर अपने एयरफोर्स वन से उतरने के बाद अपनी बीस्ट कार से जैसे ही ताजनगरी की सड़कों पर चलेंगे, उन्हें पूरे हिंदुस्तान की झलक देखने को मिलेगी। जैसे-जैसे उनका कारवां आगे बढ़ेगा, इसकी भव्यता और बढ़ती जाएगी। हर चौराहा पर विभिन्न विधाओं के कलाकार भारतीय संस्कृति की छटा बिखेर रहे होंगे।
तैयारियां ऐसी हैं कि ट्रंप धवल संगमरमरी ताजमहल के दीदार से पहले वाह ताजनगरी बोल उठें। मोदी-योगी सरकार के प्रयास ऐसे हैं कि बेपनाह मोहब्बत की निशानी ताजमहल पर दो महान देश, एक बेमिसाल दोस्ती और परवान चढ़ेगी।
नेतन्याहू ने देखा था सिर्फ मयूर नृत्य
दिसंबर 2018 में इजराइल के प्रधानमंत्री बैजामिन नेतन्याहू ताजमहल के दीदार को आए थे। तब सिर्फ खेरिया हवाई अड्डे पर ही उनके सम्मान में मयूर नृत्य आयोजित किया गया था।
विश्व में छाया था आगरा शिखर वार्ता हुई थी फेल
वर्ष 2001 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के बीच शिखर वार्ता आगरा में ही हुई थी। दुनियाभर की नजरें आगरा में टिकी थीं। मगर, शिखर वार्ता फेल हो गई थी। तब सुरक्षा के तो पर्याप्त बंदोबस्त थे लेकिन स्वागत और सम्मान ऐसा नहीं था।