दुष्कर्म पीड़िता के पिता की हत्या के विरोध में स्वजन बैठे भूख हड़ताल पर, कर रहे ये मांग Agra News
हत्याकांड की सीबीआइ जांच मृतक आश्रितों काेे मुआवजे सहित कई मांग कर रहे स्वजन।
आगरा, जेएनएन। बीते सोमवार को दुष्कर्म पीड़िता के पिता की हत्या के विरोध में उनके स्वजन अपने घर के बाहर भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। स्वजन हत्याकांड की सीबीआइ जांच, मृतक आश्रितों को 20 लाख रुपये का मुआवजा देने समेत कई मांगें कर रहे हैं। स्वजनों के हड़ताल पर बैठने की सूचना से अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। मामले में पहले से इंस्पेक्टर सहित तीन पुलिसकर्मी निलंबित चल रहे हैं। हालाकि चारों आरोपितों को पुलिस जेल भेज चुकी है।
मामले के अनुसार 11वीं की छात्रा शिकोहाबाद में नानी के घर रहकर पढ़ती है। पड़ोस का हिस्ट्रीशीटर आचमन उपाध्याय (30) उर्फ छोटू पंडित 26 अगस्त, 2019 को उसे झांसा देकर शहर ले आया। यहां एक बंद घर में उसके साथ दुष्कर्म किया। छात्रा के जानकारी देने पर रिपोर्ट शिकोहाबाद में दर्ज कराई गई। दस फरवरी को शाम साढ़े सात बजे पीड़िता के पिता बिजली ठीक कर लौट रहे थे। छोटू ने उन्हें गोली मार दी। स्वजन घायल को ट्रॉमा सेंटर ले गए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया था।
पुलिसकर्मी हुए निलंबित
दुष्कर्म पीड़िता के पिता की हत्या के मामले में 12 फरवरी को पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की थी। इंस्पेक्टर उत्तर केडी शर्मा, इंस्पेक्टर शिकोहाबाद लोकेंद्र सिंह और कोटला चौकी इंचार्ज अतेश कुमार को निलंबित कर दिया। इसके साथ ही आइजी ए सतीश गणेश ने आरोपित पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया था।
ऐसे आया था हत्यारोपित पकड़ में
दुष्कर्म पीड़िता के पिता की ऐलानिया हत्या कर फरार हुए कुख्यात हिस्ट्रीशीटर आचमन उपाध्याय उर्फ छोटू पंडित 12 फरवरी को देर रात हुई मुठभेड़ में पकड़ा गया था। बुधवार रात 11 बजे एसओजी को सूचना मिली थी कि राजा के ताल क्षेत्र में बैंदी की पुलिया के निकट छोटू पंडित और उसके साथी को बाइक से जाते हुए देखा गया है। इसके बाद उत्तर थाना पुलिस और एसओजी की टीम ने घेराबंदी की। इसी बीच बाइक पर तीन युवक दिखे और पीछा करने पर उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। इसमें इंस्पेक्टर उत्तर नीरज मिश्र के हाथ और एसओजी के जवान भगत सिंह के पैर में गोली लग गई। पुलिस की ओर से जवाबी फायरिंग में दोनों युवकों के पैर में गोली लगी और वे गिर पड़े। इनमें से एक छोटू पंडित था। वहीं दूसरा साथी गोविंदा निवासी तिलकनगर था, जो उसका दोस्त है। अगले ही दिन पुलिस ने दबिश डालकर छोटू के दो और साथियों को हिरासत में ले लिया।
सिफारिश पर छूटा था थाने से
सूत्रों के मुताबिक उत्तर थाना क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटर छोटू पंडित को दुष्कर्म की घटना से पहले उत्तर पुलिस ने पकड़ा था और कई घंटे तक हिरासत में रहा। इसके बाद संगठन के नेताओं की सिफारिश पर वह छूटने में कामयाब हो गया। इसके बाद 26 अगस्त को दुष्कर्म के मामले में फंस गया। मुकदमा दर्ज होने के बाद वह घर से फरार था।
दिल्ली की आइडी वाले नंबर से दी थी हत्या की धमकी
सूत्रों के मुताबिक छोटू पंडित ने एक फरवरी को पीड़िता के पिता को जिस मोबाइल नंबर से धमकी दी थी, उसकी आइडी दिल्ली की थी।