जान बचाने सड़क पर दौड़ी खून से लथपथ महिला, अाखिर क्या हुआ ऐसा Agra News
पड़ोसी युवक करता था घर में ताक-झांक। महिला ने मना किया तो युवक ने घर में घुसकर महिला चाकू से किया लहूलुहान। हालत गंभीर।
आगरा, जागरण संवाददाता। महिला द्वारा घर में ताक-झांक करने से मना करने पर युवक ने दुस्साहसिक घटना को अंजाम दे दिया। दिनदहाड़े घर में घुसकर महिला का चाकू से गला काटने का प्रयास किया। उसके चंगुल से किसी तरह लहूलुहान हालत में भागी महिला ने एक घर में घुसकर अपनी जान बचाई। उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एत्माद्दौला के महावीर नगर 32 वर्षीय हेमलता पत्नी नरेंद्र के पड़ोस में दीपक किराए पर रहता है। वह अपनी छत से आए दिन हेमलता के घर में ताक-झांक करता था। पड़ोसी होने के चलते उसे समझाने का प्रयास किया। दोबारा ऐसी हरकत करने पर उसकी शिकायत पुलिस से करने की कहा। इससे दीपक गुस्से में आ गया। बुधवार दोपहर हेमलता घर पर अकेली कपड़े धो रही थीं।
छत के रास्ते घर में कूदे दीपक ने हेमलता पर ताबड़तोड़ चाकू से प्रहार शुरू कर दिए। उनकी गर्दन काटकर मारने का प्रयास किया। वह किसी तरह उसके चंगुल से निकलकर घर से बाहर आयीं। खून से लथपथ हालत में अपनी जान बचाने को चीखते हुए सड़क पर दौड़ लगा दी। पड़ोसी गजराज के घर में घुसकर अपनी जान बचाई। वहां फर्श पर गिर गईं, बस्ती के लोगों की भीड़ मौके पर जुट गई। लोगों ने हेमलता को दिल्ली गेट स्थित अस्पताल में भर्ती कराया। दुस्साहसिक घटना की जानकारी होने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। तब तक हमलावर भाग चुका था। इंस्पेक्टर उदयवीर सिंह के अनुसार हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया है। आरोपित की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
गला कटने पर भी नहीं मानी हार
हेमलता ने गला कटने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी। दीपक ने पहले उनका गला काटने की कोशिश की। हेमलता उससे भिड़ गईं तो पेट पर चाकू मारे। उन्होंने हमलावर दीपक का चाकू अपने हाथों से पकडऩे के बाद उसे धक्का देकर गिरा दिया।
आरोपित के घर में मिले खून के निशान
महिला को जान से मारने की कोशिश करने वाला दीपक के घर पर पुलिस को खून के निशान मिले हैं। वह अपने घर से सीढ़ी लगाकर हेमलता की छत पर पहुंचा था। चाकू मारने के बाद उसी रास्ते से भागा। उसके घर में सीढ़ी के पास रखे बर्तनों पर पुलिस को खून के निशान मिले।
दीपक की हरकतों से परेशान थीं महिलाएं
दीपक अपने परिवार के साथ करीब छह साल से रह रहा है। वह छत पर जाकर दूसरों के घरों में ताक-झांक करता था। इससे आसपास घरों में रहने वाली महिलाएं भी परेशान थीं। मगर, वह खुलकर उसका विरोध नहीं करती थीं।