Move to Jagran APP

फर्जी डिग्री मामले में 168 परिषदीय शिक्षक बर्खास्त

हाईकोर्ट और शासन के आदेश पर बीएसए ने की कार्रवाई बर्खास्तगी पत्रों की शिक्षकों के पतों पर की रजिस्ट्री होगा मुकदमा दर्ज

By JagranEdited By: Published: Thu, 04 Mar 2021 09:00 PM (IST)Updated: Thu, 04 Mar 2021 09:00 PM (IST)
फर्जी डिग्री मामले में 168 परिषदीय शिक्षक बर्खास्त
फर्जी डिग्री मामले में 168 परिषदीय शिक्षक बर्खास्त

आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की बीएड सत्र 2005 की फर्जी मा‌र्क्सशीट मामले में बेसिक शिक्षा विभाग ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की। मामले में चिन्हित 171 में से 168 शिक्षकों को विभाग ने बर्खास्त कर दिया है।

loksabha election banner

जिला बेसिक शिक्षाधिकारी (बीएसए) राजीव कुमार यादव ने कार्रवाई को अंजाम दिया। उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट ने उक्त शिक्षकों की बर्खास्तगी को सही ठहराया था, शासन ने भी कार्रवाई आगे बढ़ाने के निर्देश दिए, तो सूची में शामिल 171 में से 168 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। उनके बर्खास्तगी-पत्र उनके पतों पर रजिस्ट्री कर दिए गए हैं। एक हफ्ते में दर्ज होगा मुकदमा

बीएसए ने गुरुवार को शिक्षकों की बर्खास्तगी की कार्रवाई करने के बाद उनके विद्यालय और खंड शिक्षाधिकारियों को भी इससे अवगत करा दिया है। उनको बर्खास्त की सूची में शामिल उनके ब्लाक के शिक्षकों के खिलाफ एक हफ्ते में मुकदमा दर्ज कराने और एफआइआर की कापी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं, ताकि सूचना शासन को भेजी जा सके।

24 पर पहले भी हो चुकी है कार्रवाई

इससे पहले विभाग 24 शिक्षकों को इसी मामले में बर्खास्त कर मुकदमा दर्ज करा चुका है। बता दें कि विशेष जांच दल (एसआइटी) ने जिले के 249 शिक्षकों को चिन्हित कर सूची विभाग को सौंपी थी। इनमें से 195 शिक्षक फर्जी डिग्री और मा‌र्क्सशीट से, जबकि 54 शिक्षक टेंपर मा‌र्क्सशीट और डिग्री से परिषदीय विद्यालयों में नौकरी पाने वाले थे। 195 में से 24 के शिक्षकों पर कार्रवाई होने के बाद 171 शेष थे, जिनमें से विभाग ने 168 को गुरुवार को बर्खास्त कर दिया।

तीन मामलों में लेंगे विधिक राय

शेष तीन मामलों में से एक ऊषा सेंगर का है, जिनका नाम एसआइटी से आई पहली सूची में था, लेकिन दूसरी सूची में नाम नहीं था। दूसरा नाम ललिता पाल का है, उनका नाम एसआइटी की पहली और दूसरी सूची में शामिल था, लेकिन कोर्ट से जारी 812 शिक्षकों की सूची में उनका नाम नहीं है। वहीं तीसरा नाम रीता यादव का था, जिनके मामले में कोर्ट ने विश्वविद्यालय को विचार कर निस्तारित करने के निर्देश दिए हैं। उक्त तीनों मामलों में विभाग शासन से निर्देश लेकर विधिक राय लेकर कार्रवाई करेगा।

यहां के इतने शिक्षक

- अछनेरा के 18

- अकोला के नौ

- बाह के आठ

- बरौली अहीर के आठ

- बिचपुरी के 12

- एत्मादपुर के चार

- फतेहाबाद के 20

- फतेहपुर सीकरी के 11

- जगनेर के आठ

- जैतपुर कलां के तीन

- खंदौली के सात

- खेरागढ़ के सात

- पिनाहट के छह

- सैंया के 19

- शमसाबाद से 26

- अछनेरा से एक

- बाहर से एक


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.