सिकंदरा मंडी में 14 दुकानों के लाइसेंस निलंबन की तैयारी, जानिए कौन है सूची में Agra News
वर्ष 2013 में आवंटित हुई थीं दुकानें 14 ने नहीं जमा की धनराशि। सात वर्ष से अधिकारियों ने नहीं वसूला मंडी का सवा करोड़।
आगरा, जागरण संवाददाता। सिकंदरा थोक फल एवं सब्जी मंडी में 14 दुकानों पर गाज गिरने वाली है। मंडी परिषद की धनराशि को इन आवंटियों ने दबा रखा है। जिम्मेदार अधिकारी भी सात वर्ष से मामले को फाइलों में दबाए हुए हैं। अब इन पर कार्रवाई करने की तैयारी है।
सिकंदरा फल एवं सब्जी मंडी में वित्तीय वर्ष 2012-13 में आवंटित हुए दुकानों में से 14 दुकान स्वामियों ने मंडी का सवा करोड़ रुपया दबा रखा है। इसके लिए नोटिस जारी किए हुए भी 15 दिन से अधिक हो गए हैं, अब लाइसेंस निलंबन की तैयारी चल रही है। इसे लिए सभापति से सहमति मांगी गई है।
सिकंदरा मंडी में सात वर्ष पहले दुकानें आवंटित हुई, जिसमें 14 आवंटियों ने निर्धारित धनराशि जमा नहीं की है। आवंटन पत्र मिलने के 15 दिन के अंदर 50 फीसद और तीन महीने के अंदर पूरी धनराशि जमा करनी होती है। ऐसा नहीं होने पर मंडी की ओर से नोटिस की प्रक्रिया होती है और आवंटन रद कर दिए जाते हैं। विभाग की ओर से नोटिस और निर्धारित प्रक्रिया नहीं की गई। इससे दुकानों पर आवंटियों का कब्जा है। मंडी सचिव शिव कुमार राघव ने बताया कि सभी दुकान स्वामियों को नोटिस दिए जा चुके हैं। अब लाइसेंस निलंबन की प्रक्रिया के लिए फाइल चलाई जा रही है। मंडी सभापति की संस्तुति के बाद आगामी प्रक्रिया होगी।
इन पर है बकाया
- यादव ट्रेडिंग कंपनी
- ताहिर एंड कंपनी
- करन सिंह भीमसैन
- रफीकउद्दीन जफरउद्दीन
- चिरागुद्दीन मोहम्मद कासिम
- सुलेमान मजीद कंपनी
- साहबुद्दीन नईमउद्दीन
- सिंह एंड कंपनी
- सोहन लाल करन सिंह
- संजय कुमार मनोज कुमार
- यदुकुल फ्रूट कंपनी
- मालवा ट्रेडिंग कंपनी
- दीपक सिंह अजय सिंह
- बागवान ट्रेडिंग कंपनी