मिजोरम में क्रिसमस-न्यू ईयर के जश्न में पड़ सकती है खलल, सरकार ने उठाया ये कदम
मिजोरम में हुए विधानसभा चुनाव में एमएनएफ ने शानदार प्रदर्शन किया था। मिजोरम की कुल 40 विधानसभा सीटों में से एमएनएफ ने 26 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
नई दिल्ली, आइएएनएस। अगर आप खाने-पीने के शौकीन है और नए साल के जश्न की तैयारी कर रहे हैं, तो संभलकर जगह का चुनाव कीजिए। अगर आप क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए मिजोरम जाने की योजना बना रहे हैं, तो यह खबर आपको जरूरत निराश करेगी। मिजोरम में शुक्रवार से शराबबंदी लागू हो जाएगी। मिज़ोरम के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री ज़ोरमथांगा ने आने वाले शुक्रवार से 14 जनवरी तक ड्राई डे (शराब की बिक्री पर रोक) की घोषणा कर दी है।
मिजोरम में चुनाव से पहले एएनएफ मिज़ो नेशनल फ्रंट ने वादा किया था कि यदि उनकी सरकार बनेगी तो वो राज्य में पूरी तरह से शराबबंदी को लागू करेंगे। मिजोरम के मुख्यमंत्री ज़ोरमथांगा ने कहा कि क्योंकि अभी क़ानून बनने में समय लगेगा, इसलिए फिलहाल राज्य सरकार ने मिज़ोरम में 21 दिसंबर से 14 जनवरी तक शराब की बिक्री पर रोक लगाने का फैसला किया है। इस दौरान सभी दुकानों पर शराब नहीं मिलेगी। ड्राई-डे की घोषणा के कारण क्रिसमस और नए साल पर भी लोग शराब नहीं खरीद सकेंगे।
मिजोरम सरकार राज्य में शराब की बिक्री की पूर्ण पाबंदी के लिए कानून लाएगी। इस साल की शुरुआत में इस पर काम शुरू हो जाएगा। मिजोरम में 1997 से 2015 तक शराब की बिक्री पर पाबन्दी थे। 2015 में कांग्रेस की सरकार ने इस पर से पाबन्दी हटाई थी। इसके पीछे कांग्रेस का तर्क था कि शराब की बिक्री लागू करने से राज्य में नकली शराब पीने से होने वाली मौत की घटनाओं में कमी आएगी और साथ ही राजस्व में वृद्धि भी होगी। मिजोरम विधानसभा चुनाव के दौरान शराबबंदी एक बड़ा मुद्दा था।
दरअसल, एमएनएफ शराबबंदी के पक्ष में थी, कांग्रेस ने शराबबंदी का विरोध किया था। वहीं भाजपा राज्य में आशिंक शराबबंदी के पक्ष में थी। भाजपा ने राज्य में निर्मित शराब की बिक्री की मांग की थी।
मिजोरम में हुए विधानसभा चुनाव में एमएनएफ ने शानदार प्रदर्शन किया था। मिजोरम की कुल 40 विधानसभा सीटों में से एमएनएफ ने 26 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस तरह एमएनएफ ने राज्य में दस साल से चल रही कांग्रेस की सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया।