सानिया के घुटने की होगी सर्जरी, ऑस्ट्रेलियन ओपन में नहीं ले पाएंगी हिस्सा
ऑस्ट्रेलियन ओपन में हिस्सा नहीं लेंगी सानिया मिर्जा।
कोलकाता। भारतीय महिला टेनिस स्टार खिलाड़ी सानिया मिर्जा अगले महीने होने वाले ऑस्ट्रेलियन ओपन में हिस्सा नहीं ले पाएंगी। उनके घुटने में चोट है और उसे ठीक करने के लिए सर्जरी की जरूरत है। सानिया घुटने की जिस परेशानी से गुजर रही हैं उसे जंपर्स नी कहा जाता है और उनके दाहिने पैर में ये परेशानी है।
सानिया ने वर्ष 2016 में मार्टिना हिंगिस के साथ मिलकर महिला डबल्स का खिताब जीता था। हालांकि पिछले वर्ष अगस्त में इन दोनों ने अपनी जोड़ी तोड़ दी। परमजीत लाल टूर्नामेंट में हिस्सा लेने आईं 31 वर्षीय सानिया ने कहा कि उन्हें सर्जरी करानी पड़ सकती है और वो रोजर फेडरर की तरह एक बार फिर से कोर्ट पर वापसी करेंगी। मेरी चोट काफी गंभीर है और इसके लिए सर्जरी जरूरी है। मैं खेले के मैदान से कुछ महीनों तक के लिए दूर रहूंगी। जयदीप मुखर्जी टेनिस एकेडमी में सानिया ने ये कहा। उन्होंने बताया कि उन्हें चोटिल घुटने के साथ चलने में कोई परेशानी नहीं है लेकिन इस हालत में उनके लिए खेलना काफी दर्दनाक है। मैं सीधी दौड़ सकती हूं लेकिन मुझे मूवमेंट में परेशानी होती है। सानिया ने कहा कि मुझे डॉक्टरों ने कहा था कि पहले दो महीने हम देखते हैं इसके बाद इस पर फैसला लिया जाएगा कि सर्जरी से ये चोट ठीक हो होगी या फिर सिर्फ इंजेक्शन से। हालांकि दो महीने बाद भी मेरे दर्द में कोई फर्क नहीं है। अब मुझे लगता है कि इसके लिए सर्जरी की जरूरत है। मेरी वापसी कब होगी इस पर मैं कुछ साफ नहीं कह सकती लेकिन मैं ऑस्ट्रेलियन ओपन में हिस्सा नहीं ले पाउंगी। सर्जरी ठीक होने में कम से कम दो महीने का वक्त लग सकता है।
जब सानिया से अगले वर्ष होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुझे आशा है कि मैं इन दोनों बड़े इवेंट से पहले पूरी तरह से ठीक हो जाउंगी। हमेशा लोग हमसे अपने भविष्य के कार्यक्रम के बारे में पूछते हैं लेकिन एक खिलाड़ी की हैसियत से मैं हमेशा कहती हूं कि हमें अपने स्वास्थ्य के बारे में कुछ पता नहीं होता। मुझे नहीं पता कि उस वक्त मैं कहां रहूंगी। अभी इसमें एक साल का वक्त है और ये लंबा समय है कुछ भी हो सकता है। हालांकि मैं आशा करती हूं कि मैं स्वस्थ्य रहूं और खेल सकूं।
अपनी सर्जरी के बाद सानिया रोजर फेडरर की तरह वापसी करना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि 15 वर्ष के बाद यह बड़ी बात नहीं है कि आप कुछ महीनों के लिए खेल से बाहर हो जाते हैं। फेडरर छह महीनों के लिए खेल से दूर रहे और उसके बाद उन्होंने जब वापसी की उसके बाद से उन्होंने एक भी मैच नहीं हारा। मुझे उम्मीद है कि मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही हो। टेनिस को भारत में बढ़ावा देने के मसले पर उन्होंने कहा कि इसे लेकर कोई सिस्टम ही नहीं है। पिछले 15 वर्षों से मैं कह रही हूं कि यहां कोई सिस्टम ही नहीं है। देश में टेनिस खिलाड़ियों की कमी है। हमने अपना रोल निभा दिया लेकिन आगे क्या होगा कहना मुश्किल है। देश में टेनिस को बढ़ावा देने के लिए बहुत कुछ किए जाने की जरूरत है।