स्पेन की गबाईने मुगुरुजा ने जीता डब्ल्यूटीए फाइनल्स खिताब, कोंटाविट को सीधे सेटों में हराया
स्पेन की 28 साल की मुगुरुजा ने एस्टोनिया की कोंटाविट को 6-3 7-5 से हराकर अपने करियर में पहली बार इस टूर्नामेंट का खिताब जीता। मुगुरुजा इस मुकाबले में शुरुआत से ही हावी रहीं और उन्होंने कोंटाविट को आगे जाने का कोई मौका नहीं दिया।
गुआडलाजरा, एपी। स्पेन की गबाईने मुगुरुजा ने फाइनल में एनेट कोंटाविट को सीधे सेटों में हराकर डब्ल्यूटीए फाइनल्स टेनिस टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया। स्पेन की 28 साल की मुगुरुजा ने एस्टोनिया की कोंटाविट को 6-3, 7-5 से हराकर अपने करियर में पहली बार इस टूर्नामेंट का खिताब जीता। मुगुरुजा इस मुकाबले में शुरुआत से ही हावी रहीं और उन्होंने कोंटाविट को आगे जाने का कोई मौका नहीं दिया। मुगुरुजा ने जहां पहला सेट आसानी से जीता तो वहीं दूसरे सेट में कोंटाविट ने कुछ चुनौती पेश की। हालांकि, यह कारगार साबित नहीं हुई और उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
मेक्सिको को अपने घर की तरह बताने वाली मुगुरुजा ने इस देश में खेलते हुए 14 मुकाबले जीते हैं जबकि दो मैचों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। मेक्सिको के मोंटेरी में 2018 और 2019 में लगातार दो खिताब जीतने वाली मुगुरुजा यह टूर्नामेंट जीतने वाली स्पेन की पहली खिलाड़ी हैं। इससे पहले स्पेन की अरांत्जा सांचेज विकारियो दो बार उप विजेता रह चुकी हैं।
दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी 2014 में सेरेना विलियम्स के बाद इस टूर्नामेंट को जीतने वाली सबसे अधिक उम्र की खिलाड़ी हैं। डब्ल्यूटीए फाइनल्स 2015 में सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली मुगुरुजा सत्र का अंत दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी के रूप में करेंगी जो 2017 के बाद उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। हार के बावजूद कोंटाविट के इस साल का समापन दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी के रूप में करने की उम्मीद है।
क्रेजिकोवा और सिनिआकोवा ने जीता डब्ल्स खिताब
गुआडलाजरा, एएनआइ। शीर्ष वरीय बारबोरा क्रेजिकोवा और काटेरिना सिनिआकोवा ने तीसरी वरीय जोड़ी हसिएप सू वेई और एलिसे मर्टेस को एक घंटे 18 मिनट तक चले मुकाबले में 6-3, 6-4 से हराकर महिला डबल्स का खिलाफ अपने नाम किया। क्रेजिकोवा और सिनिआकोवा ने पहली बार इस चैंपियनशिप को जीत साल का बेहतरीन अंदाज में समापन किया।
प्रतिस्पर्धी मैच के साथ विदाई लेना चाहते हैं फेडरर
न्यूयार्क, एपी : दुनिया के पूर्व नंबर एक स्विट्जरलैंड के टेनिस खिलाड़ी रोजर फेडरर को पता है कि उनका करियर आखिरी पड़ाव पर है लेकिन वह किसी बड़े टूर्नामेंट में टेनिस कोर्ट पर उतर कर इस खेल को अलविदा कहना चाहते हैं। फेडरर ने हाल ही में कहा था कि घुटने की सर्जरी के कारण अगले साल जून में विंबलडन तक वापसी की उम्मीद बेहद कम है। फेडरर के लिए 40 वर्ष की उम्र में वापसी करना काफी मुश्किल होगा लेकिन उन्होंने कहा कि वह कोशिश करेंगे।
फेडरर ने कहा, 'मुझे पता है कि अंत (खेल को अलविदा कहना) निकट है, पर मैं कुछ और बड़े मैच खेलने की कोशिश करना चाहता हूं। यह आसान नहीं होगा, लेकिन मैं कोशिश करना चाहता हूं। मेरे लिए यह स्पष्ट है कि अगर मैं एक और ग्रैंडस्लैम फाइनल नहीं खेलता तो मेरे जीवन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। लेकिन वहां तक पहुंचना मेरा आखिरी सपना होगा।'
फेडरर ने कहा, 'मैं आखिरी बार परखना चाहता हूं कि मैं एक पेशेवर टेनिस खिलाड़ी के रूप में क्या करने में सक्षम हूं।' फेडरर के नाम 20 ग्रैंडस्लैम सिंगल्स खिताब है। पुरुष वर्ग में उनके अलावा नोवाक जोकोविक और राफेल नडाल ने भी इतने ही ग्रैंडस्लैम जीते है। फेडरर ने कहा, 'हर खिलाड़ी चाहता है कि वह टेनिस कोर्ट पर मैच के साथ विदाई ले।'