सानिया मिर्जा, मिताली राज और पुलेला गोपीचंद ने महिलाओं को किया प्रेरित
सानिया ने कहा कि अब लड़कियों के बीच खेलों में भाग लेने की दिलचस्पी बढ़ी है।
हैदराबाद, पीटीआइ। सानिया मिर्जा, मिताली राज और पुलेला गोपीचंद जैसे दिग्गजों ने बुधवार को महिला खिलाड़ियों को प्रेरित करने और देश में खेल के विकास के लिए जरूरी आधारभूत ढांचों के विकास का कड़ा संदेश दिया।
वैश्विक उद्यमता सम्मेलन (जीईएस) में खेलों के सत्र में भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली ने कहा कि स्कूलों में खेलों के ढांचे को सुधारना चाहिए, ताकि ज्यादा से ज्यादा छात्रओं को खेलने का मौका मिल सके।
भारत ने महिला विश्व कप के पिछले चरण में शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें फाइनल में उसे इंग्लैंड से हार का मुंह देखना पड़ा था। मिताली ने कहा, 'मुझे स्कूलों में खेलों के लिए ढांचे नहीं दिखते या जो स्कूल खेलों पर जोर देते हैं, उनके पास इसके लिए सही सुविधाएं नहीं हैं।'
मिताली ने कहा कि खेल अब इतना प्रतिस्पर्धी हो गया है कि अब हर चीज सही होने की जरूरत है, ताकि एक बालिका अगर खिलाड़ी बनना चाहती है तो उसे रोडमैप पता हो।
इस मौके पर शीर्ष टेनिस खिलाड़ी सानिया ने कहा कि अब लड़कियों के बीच खेलों में भाग लेने की दिलचस्पी बढ़ी है। उन्होंने कहा, 'जब मैंने खेलना शुरू किया था तो हम गोबर के लिपे हुए कोर्ट में खेलती थीं, तब कोई हार्ड या क्ले कोर्ट नहीं था।'
बैडमिंटन कोच गोपीचंद ने कहा कि लोग अब ज्यादा खेलों में हिस्सेदारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि खेल जैसे कुश्ती, खो खो, कबड्डी, तीरंदाजी और मलखंब में खर्चीले उपकरणों की जरूरत नहीं होती, जो छोटे से क्षेत्र में ही खेले जा सकते हैं। गोपीचंद ने कहा, 'पारपंरिक खेल ऐसे ही होते थे। हम इससे दूर होते जा रहे हैं। अब लोग बाजार, विज्ञापन और खर्चीले उपकरणों की ओर जा रहे हैं।'