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घुटने में चोट के कारण यूएस ओपन से बाहर हुए रोजर फेडरर, कहा- वापसी की कोशिश करूंगा

40 वर्षीय फेडरर ने यह स्वीकार किया कि शायद उनका करियर पूरा हो चुका है लेकिन वह एक और वापसी के लक्ष्य के साथ घुटने का उपचार करा रहे हैं। उन्होंने कहा मैं स्वस्थ रहकर खुद को उम्मीद की एक किरण देना चाहता हूं कि टूर पर वापसी कर सकूंगा।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Mon, 16 Aug 2021 08:21 PM (IST)Updated: Mon, 16 Aug 2021 08:21 PM (IST)
रोजर फेडरर इंजरी की वजह से यूएस ओपन में नहीं खेलेंगे (एपी फोटो)

बासेल, एपी। 20 ग्रैंडस्लैम खिताब अपने नाम कर चुके टेनिस खिलाड़ी रोजर फेडरर दायें घुटने के तीसरे आपरेशन के कारण आगामी यूएस ओपन नहीं खेलेंगे। इससे कई महीने टेनिस से दूर रहने के कारण उनकी कोर्ट में वापसी की भी काफी कम उम्मीदें बची हुईं हैं। फेडरर का मानना है कि वह अपने करियर में एक और बार वापसी के लिए प्रयास जारी रखेंगे।

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इंटरनेट मीडिया पर जारी वीडियो संदेश में फेडरर ने कहा, 'मैंने कई डाक्टरों को दिखाया और हर तरह की जानकारी ली। मेरा घुटना ग्रासकोर्ट सत्र और विंबलडन के दौरान और चोटिल हो गया। उन्होंने मुझे कहा कि सर्जरी की जरूरत है और मैंने उनकी राय मानने का फैसला किया। मैं कई सप्ताह तक बैसाखियों पर रहूंगा और कई महीनों टेनिस से दूर भी।'

40 वर्षीय फेडरर ने यह भी स्वीकार किया कि शायद उनका करियर पूरा हो चुका है, लेकिन वह एक और वापसी के लक्ष्य के साथ घुटने का उपचार करा रहे हैं। फेडरर ने आगे कहा, 'मैं स्वस्थ रहकर खुद को उम्मीद की एक किरण देना चाहता हूं कि टूर पर वापसी कर सकूंगा। मैं यथार्थवादी हूं और पता है कि इस उम्र में यह सब कितना मुश्किल है।'

मालूम हो कि फेडरर 2020 आस्ट्रेलियाई ओपन के बाद लगभग एक साल टेनिस से इसी कारण दूर रहे थे। वह मई 2021 में फ्रेंच ओपन के जरिये लौटे, लेकिन तीन जीत के बाद नाम वापस ले लिया। विंबलडन में वह क्वार्टर फाइनल में हार गए और घुटने की चोट की वजह से ही उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक में भाग नहीं लिया था। इस सत्र का आखिरी ग्रैंडस्लैम यूएस ओपन 30 अगस्त से शुरू होगा। 

डेनिल मेदवेदेव ने जीता टोरंटो मास्टर्स का खिताब 

टोरंटो, एपी। अमेरिका के छह फुट नौ इंच ऊंचे कद के खिलाड़ी रीली ओपेल्का की मजबूत सíवसों का दमदार जवाब देते हुए विश्व के नंबर दो खिलाड़ी डेनिल मेदवेदेव ने एटीपी टोरंटो मास्टर्स कनाडा ओपन खिताब पर अपना कब्जा जमाया। महज 87 मिनटों में मेदवेदेव ने ओपेल्का के खिताब जीत के सपने को तोड़ते हुए 6-4, 6-3 से फाइनल मैच अपने नाम किया। मैच के दौरान मेदवेदेव ने इस खिलाड़ी की तीन बार सíवस तोड़ी, जबकि चार बार ब्रेक पाइंट भी बचाए। वहीं ओपेल्का ने 34 बेजां गलतियां कीं, जिससे मेदवेदेव ने अपने नाम इस साल की तीसरी और करियर की 12वीं जीत हासिल की।

जीत के बाद मेदवेदेव ने कहा, 'नोवाक जोकोविक और राफेल नडाल जैसे खिलाडि़यों के दौर में यह सपने जैसा लगता है। मैंने पांच फाइनल में से चार जीत लिए, जो अच्छा स्कोर कहा जाएगा। मैं और भी जीतना चाहता हूं।' मालूम हो कि इससे पहले मेदवेदेव ने इस साल मालोरका और मार्शेले में भी खिताब जीते थे। अब वह अगले सप्ताह होने वाले सिनसिनाती मास्टर्स ओपन के शीर्ष वरीय खिलाड़ी होंगे। वहीं, दुनिया के 32वें नंबर के खिलाड़ी 23 वर्ष के ओपेल्का का यह पहला एटीपी मास्टर्स 1000 फाइनल था।

नंबर गेम-

-21 साल बाद कनाडा ओपन की ट्राफी जीतने वाले पहले रूसी खिलाड़ी बने मेदवेदेव। इससे पहले साल 2000 में रूस के मराट सफीन ने यह खिताब जीता था

जियोर्जी ने जीता पहला डब्ल्यूटीए 1000 फाइनल खिताब

मांट्रियल, एपी। इटली की कैमिला जियोर्जी ने कनाडा ओपन फाइनल में विंबलडन उप विजेता कैरोलिना प्लिसकोवा को 6-3, 7-5 से हराकर पहला डब्ल्यूटीए 1000 फाइनल खिताब जीत लिया ।

जीत के बाद जियोर्जी की आंख से आंसू छलक उठे, जो टूर्नामेंट में गैर वरीय खिलाड़ी के तौर पर उतरी थीं। उन्होंने पहले दौर में नौवीं वरीयता प्राप्त एलिसे मर्टेंस को, अंतिम-16 में सातवीं वरीयता प्राप्त पेत्रा क्वितोवा को और क्वार्टर फाइनल में 15वीं वरीयता प्राप्त कोको गाफ को हराया था। विंबलडन फाइनल के बाद प्लिसकोवा का यह पहला टूर्नामेंट था।


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