फेडरर और मारिन सिलिच के बीच खिताबी जंग, फेडरर जीते तो बना देंगे ये बड़ा रिकॉर्ड
फेडरर का सामना क्रोएशिया के मारिन सिलिच से होगा। 28 वर्षीय सिलिच पहली बार विंबलडन के फाइनल में पहुंचे हैं। फेडरर ने आखिरी बार 2012 में यहां खिताब जीता था।
नई दिल्ली, जेएनएन। रिकॉर्डो के बादशाह रोजर फेडरर एक और रिकॉर्ड अपने नाम करने से सिर्फ एक जीत दूर हैं। शानदार फॉर्म में चल रहे फेडरर लंदन में अगर रविवार को विंबलडन की ट्रॉफी जीतते हैं तो वह टूर्नामेंट के इतिहास में रिकॉर्ड आठ बार यह खिताब जीतने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी बन जाएंगे। वह ब्रिटेन के विलियम्स रेनाशॉ (07) और अमेरिका के पीट सम्प्रास (07) को पीछे छोड़ देंगे।
फेडरर का सामना क्रोएशिया के मारिन सिलिच से होगा। 28 वर्षीय सिलिच पहली बार विंबलडन के फाइनल में पहुंचे हैं। फेडरर ने आखिरी बार 2012 में यहां खिताब जीता था। हालांकि उसके बाद वह 2014 और 2015 में फाइनल में पहुंचे थे, लेकिन खिताब नहीं जीत सके थे। पिछली बार वह सेमीफाइनल में हार गए थे। दोनों खिलाड़ियों के बीच रोमांचक मुकाबला देखने को मिलेगा। फेडरर ने अभी तक टूर्नामेंट में एक भी सेट नहीं गंवाया है।
बनेंगे दूसरे उम्रदराज खिलाड़ी : 35 वर्षीय फेडरर खिताबी मुकाबला खेलने वाले दूसरे सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बनेंगे। यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के केन रोसवॉल के नाम है जिन्होंने 1974 में 39 साल की उम्र में फाइनल खेला था। हालांकि रोसवॉल फाइनल में हार गए थे।
मारिन भी बनाएंगे रिकॉर्ड : छह फुट, छह इंच लंबे सिलिच विंबलडन का फाइनल खेलने वाले ओपन ईरा (1968 के बाद) के सबसे लंबे पुरुष टेनिस खिलाड़ी बनेंगे। अगर जीतते हैं तो वह भी यह रिकॉर्ड उनके नाम हो जाएगा। मारिन अगर यह खिताब जीतते हैं तो पिछले 15 वर्षो में ‘बिग फोर’ (राफेल नडाल, रोजर फेडरर, नोवाक जोकोविक और एंडी मरे) के अलावा यह ट्रॉफी जीतने वाले पहले खिलाड़ी होंगे। 20 में ऑस्ट्रेलिया के लेटिन हैविट के यह खिताब जीतने के बाद इन चारों खिलाड़ियों ने ही इस पर कब्जा रखा है। इस बार फेडरर ही मैदान में हैं। मरे, नडाल और जोकोविक क्वार्टर फाइनल की बाधा पार नहीं कर सके।