Move to Jagran APP

डेविस कप खेलने के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगी भारतीय टीम, संघ के सामने रखी ये मांग

Davis Cup 2019 डेविस कप में खेलने के लिए भारतीय टीम पाकिस्तान के इस्लामाबाद नहीं जाएगी। इसके लिए खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय टेनिस फेडरेशन से तटस्थ स्थल की मांग की है।

By Vikash GaurEdited By: Published: Wed, 14 Aug 2019 12:09 PM (IST)Updated: Wed, 14 Aug 2019 12:09 PM (IST)
डेविस कप खेलने के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगी भारतीय टीम, संघ के सामने रखी ये मांग
डेविस कप खेलने के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगी भारतीय टीम, संघ के सामने रखी ये मांग

नई दिल्ली, प्रेट्र: भारतीय डेविस कप टीम चाहती है कि पाकिस्तान के खिलाफ अगले महीने होने वाले डेविस कप मुकाबले को तटस्थ स्थान पर स्थानांतरित किया जाए और वे हैरान हैं कि राष्ट्रीय महासंघ ने अब तक सिर्फ इंटरनेशनल टेनिस फेडरेशन से पुन: सुरक्षा जांच की मांग की है।

loksabha election banner

तटस्थ स्थान की मांग करने को लेकर लगातार बयान देने के बावजूद अखिल भारतीय टेनिस महासंघ (एआइटीए) के महासचिव हिरण्मय चटर्जी ने अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आइटीएफ) से सिर्फ पुन: सुरक्षा जांच की मांग की है। इससे खिलाड़ी और टीम प्रबंधन निराश हैं और इस मामले में आपस में सलाह मशविरा करने के बाद उन्होंने महासंघ से संपर्क करने का फैसला किया।

भारतीय कप्तान महेश भूपति ने कहा, ‘हमने एआइटीए से तटस्थ स्थान का आग्रह किया है।’ एक अन्य खिलाड़ी ने बताया कि एआइटीए इस मामले से जिस तरह निपटा है उससे टीम ‘काफी हैरान’ है। एआइटीए ने कहा कि अगर आइटीएफ पुन: सुरक्षा जांच के बाद 14-15 सितंबर को होने वाले मुकाबले को स्वीकृति दे देता है तो वे वीजा औपचारिकताओं पर आगे बढ़ेंगे।

एआइटीए के अंदर का एक वर्ग भी हैरान है कि भारत सरकार हाल में जम्मू-कश्मीर को मिला विशेष दर्जा खत्म करने के बाद दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बावजूद कोई रुख अपनाने को तैयार नहीं है। एक अधिकारी ने कहा, ‘हम समझते हैं कि ओलंपिक चार्टर सरकार को हस्तक्षेप की स्वीकृति नहीं देता, लेकिन यह खिलाड़ी की जिंदगी का सवाल है।

भारतीय नागरिक जब भी विदेश में फंसे होते हैं तो सरकार हमेशा उन्हें देश में सुरक्षित वापस लाने का प्रयास करती है।’ उन्होंने पूछा, क्या टेनिस खिलाड़ी भारत के नागरिक नहीं हैं। सरकार उन्हें नहीं रोककर कैसे उनके जीवन को खतरे में डाल सकती है। मौजूदा हालात के बावजूद तटस्थ स्थान की मांग नहीं करने के लिए भी एआइटीए की आलोचना हुई।

एक अन्य अधिकारी ने कहा, ‘यह समझ से परे है कि एआइटीए ने आखिर क्यों स्पष्ट शब्दों में आयोजन स्थल में बदलाव की मांग नहीं की। वे घुमा-फिराकर बातें क्यों कर रहे हैं। क्या उनके लिए खिलाड़ियों की कोई अहमियत है।’ वहीं, आइटीएफ इस्लामाबाद की सुरक्षा व्यवस्थाओं से संतुष्ट है। आइटीएफ ने कहा, ‘सुरक्षा हमारे लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता है। हम मेजबान देश से लगातार बातचीत कर रहे हैं। हम उनकी अभी तक की सुरक्षा योजना से संतुष्ट हैं।’

अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.