विवाद के बीच WhatsApp का यूजर प्राइवेसी के लिए शानदार फीचर, बदल जाएगा चैटिंग का अंदाज
कंप्यूटर पर WhatsApp अकाउंट चलाने के लिए यूजर के फोन में फिंगरप्रिंट ऑथेंटिकेशन और फेस आईडी इंफॉर्मेशन देना होगा। कंपनी ने साफ कर दिया है कि उसकी तरफ से यूजर के बॉयोमेट्रिक डेटा को स्टोर नहीं किया जाएगा।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। WhatsApp नई प्राइवेसी पॉलिसी विवाद के बीच एक शानदार फीचर लेकर आया है, जिससे यूजर प्राइवेसी पहले के मुकाबले काफी बढ़ जाएगी। दरअसल WhatsApp की तरफ से WhatsApp Web और Desktop App के लिए एक्स्ट्रा लेयर सिक्योरिटी दी जा रही है। मतलब यूजर को कंप्यूटर या लैपटॉप पर WhatsApp अकाउंट को वेब या फिर ऐप में एक्सेस करने से पहले बॉयोमेट्रिक सिक्योरिटी लेयर जैसे फिंगरप्रिंट स्कैनर या फिर फेस आईडी से गुजरना होगा। WhatsApp की तरफ से कहा गया है कि नये सिक्योरिटी लेयर को आने वाले दिनों में रोलआउट किया जाएगा। साथ ही फोन पर WhatsApp वेब पेज का एक विज़ुअल रिडिजाइन भी पेश किया जाएगा।
कैसे कर पाएंगे इस्तेमाल
कंप्यूटर पर WhatsApp अकाउंट चलाने के लिए यूजर के फोन में फिंगरप्रिंट ऑथेंटिकेशन और फेस आईडी इंफॉर्मेशन देनी होगी। कंपनी ने साफ कर दिया है कि उसकी तरफ से यूजर के बॉयोमेट्रिक डेटा को स्टोर नहीं किया जाएगा। बता दें कि हाल ही में WhatsApp यूजर डेटा को स्टोर और इस्तेमाल करने को लेकर काफी विवाद हुआ था। इसके बाद WhatsApp को अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी को तीन माह के लिए टालना पड़ा था। ऐसे में नए सिक्योरिटी फीचर को लेकर कंपनी किसी भी तरह के विवाद से बचना चाहती है।
क्या होगा फायदा
WhatsApp के बॉयोमेट्रिक सिक्योरिटी लेयर के आने के बाद कोई भी कंप्यूटर या डेस्कटॉप पर WhatsApp का गलत इस्तेमाल नहीं कर पाएगा। अगर कंप्यूटर और डेस्कटॉप पर आपका WhatsApp अकाउंट ओपन रह जाता है, तो यूजर को दोबारा से अकाउंट एक्सेस करने के लिए बॉयोमेट्रिक इंफॉर्मेशन दर्ज करनी होगी। मौजूदा वक्त में अगर आपका WhatsApp अकाउंट लैपटॉप या डेस्कटॉप पर लॉग-इन है। इसके बाद अगर आप लैपटॉप बंद भी कर देते हैं, तो कोई दूसरा व्यक्ति जब आपका लैपटॉप ऑन करेगा, तो बिना किसी सिक्योरिटी लेयर के आपके WhatsApp अकाउंट को एक्सेस कर पाएगा।