Tiktok की बढ़ी मुसीबतें, भारत के बाद अब हांगकांग में बंद होगा ऐप, जानिए क्या है पूरा मामला
हांगकांग में Tiktok के बंद होने की वजह से चीनी का नया कानून है जिसने दिग्गज टेक कंपनियों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है
नई दिल्ली, टेक डेस्क। चीनी शार्ट वीडियो मेकिंग ऐप Tiktok की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। Tiktok को भारत के बाद हांगकांग में एक्सेस करना मुश्किल हो जाएगा। दरअसल Tiktok हांगकांग में अपने सभी ऑपरेशन बंद करने अगले कुछ दिनों में इस मार्केट से बाहर निकल जाएगी। दरअसल ऐसा चीनी सरकार की नेशनल सिक्योरिटी लॉ की वजह से हो रहा है, जिसे पिछले हफ्ते ही हांगकांग में लागू किया गया है। इस नए कानून के तहत सभी टेक कंपनियों को हांगकांग के यूजर्स का डाटा चीनी सरकार का साथ साझा करना होगा। साथ ही सरकारी सेंसरशिप के कानूनों को झेलना होगा। चीन सरकार के इस फैसले की वजह से कई सारी टेक कंपनियां हांगकांग के मार्केट से बाहर निकल रही हैं। वहीं Twitter, Facebook समेत कई दिग्गज कंपनियों ने चीनी नियंत्रण वाली हांगकांग सरकार के साथ यूजर डाटा साझा करने से इनकार कर दिया है।
Tiktok के हांगकांग से निकलने की वजह
भारत सरकार की तरफ से जिस वक्त Tiktok समेत 59 चीनी ऐप्स को प्रतिबंधित किया था, उस वक्त इन चीनी कंपनियों पर चीन की सरकार के साथ भारतीय यूजर्स का डाटा शेयर करने के आरोप लगे थे। लेकिन Tiktok इन आरोपों से साफ इनकार करती रही है और अब हांगकांग के मामले में भी Tiktok खुद को चीनी कानून से अलग रखकर पेश कर रही है।
चीन बेस्ड ByteDance की स्वामित्व वाली कंपनी Tiktok ने कहा कि हांगकांग के हालिया इवेंट को देखते हुए Tiktok ऐप ने अपने ऑपरेशन को बंद करने का निर्णय लिया है। बता दें कि Walt Disney के पूर्व को-एक्जीक्यूटिव केविन मेयर मौजूदा वक्त में Tiktok का कामकाज देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि डाटा शेयरिंग के मामले में कहा कि Tiktok चीन में किसी तरह का डाटा स्टोर नहीं करती है। Tiktok के लिए हांग-कांग के लिए छोटा मार्केट है, जहां से Tiktok को लगातार नुकसान हो रहा है। पिछले साल अगस्त तक हांग कांग में Tiktok का यूजरबेस महज 1.50 लाख था। जबकि ग्लोबली Tiktok का यूजर बेस करीब 800 मिलियन है, जबकि इसे 1 बिलियन से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया है।
(Written By- Saurabh Verma)