क्या होते हैं रिफर्बिश्ड फोन, जिसकी दुनियाभर में घटी बाजार हिस्सेदारी, जबकि भारत में इतने की हुई वृद्धि
Counterpoint Research के रिसर्च डायरेक्टर Jeff Fieldhack ने कहा कि पिछले चार साल में यह पहला मौका है जब रिफर्बिश्ड स्मार्टफोन मार्केट में पूरे साल गिरावट दर्ज की गई।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। वैश्विक बाजार में रिफर्बिश्ड स्मार्टफोन की हिस्सेदारी लगातार घट रही है। 2019 में पिछले साल के मुकाबले रिफर्बिश्ड स्मार्टफोन की बाजार हिस्सेदारी 1 फीसदी घट गई। इस दौरान स्मार्टफोन का आंकड़ा 137 मिलियन रहा। लेकिन दूसरी तरफ भारत में पिछले साल रिफर्बिश्ड स्मार्टफोन की बाजार हिस्सेदारी में 9 फीसदी का इजाफा देखा गया।
Counterpoint के रिफर्बिश्ड स्मार्टफोन ट्रैकर की लेटेस्ट रिसर्च के मुताबिक चौथी तिमाही में बाजार में कुछ बढ़ोतरी हुई क्योंकि एप्पल अपग्रेड मजबूत बना रहा लेकिन साल की दूसरी छमाही के दौरान 1 प्रतिशत की वृद्धि पहली छमाही में गिरावट की भरपाई नहीं कर पाई। Counterpoint Research के रिसर्च डायरेक्टर Jeff Fieldhack ने कहा कि पिछले चार साल में यह पहला मौका है, जब रिफर्बिश्ड स्मार्टफोन का मार्केट पूरे साल कम रहा। दरअसल लॉकडाउन के चलते नए स्मार्टफोन की बिक्री नहीं हो सकी है। इसके चलते वैश्विक स्तर पर रिफर्बिश्ड स्मार्टफोन के मार्केट शेयर में गिरावट दर्ज की जा रही है। हालांकि इस गिरावट के बीच भारत, लैटिन अमेरिका और अफ्रीकी मार्केट में रिफर्बिश्ड स्मार्टफोन के मार्केट शेयर में इजाफा देखा जा रहा है।
Counterpoint Research की रिसर्च एनालिस्ट वरुण मिश्रा ने कहा कि रिफर्बिश्ड इकोसिस्टम भारत जैसी अर्थव्यस्था में काफी शुरुआती दौर में है। इन मार्केट में स्मार्टफोन का विस्तार होना बाकी है। मिश्रा ने कहा कि भारत में लोग अफोर्डेबल डिवाइस को ऑनलाइन खरीदने का इंतजार करते हैं। वहीं अब लोग फीचर फोन से स्मार्टफोन की तरफ शिफ्ट कर रहे हैं। साथ ही प्रीमियम डिवाइस को खरीदने की इच्छा रखते हैं, जो स्मार्टफोन बाजार हिस्सेदारी को बढ़ाएंगी। कुछ इसी तरह का शिफ्ट रिफर्बिश्ड फोन में भी देखने को मिल रहा है। बता दें कि साल 2019 स्मार्टफो के सेकेंडरी मार्केट में Apple और Samsung का दबदबा रहा है।
क्या होते हैं रिफर्बिश्ड फोन
दरअसल रिफर्बिश्ड और सेकेंड हैंड फोन दोनों अलग टर्म होते हैं। रिफर्बिश्ड फोन सर्टिफाइड यूजर फोन होते है, जिनकी बिक्री काफी टेस्ट के बाद होती है। जबकि सेंकेंड हैंड स्मार्टफोन को कोई भी खरीद सकता है। इसकी बिक्री ऑनलाइन के साथ ही पर्सन टू पर्सन होती है। साधारण शब्दों में कहें, तो यह स्मार्टफोन होते तो पुराने ही हैं। लेकिन इनकी दोबारा बिक्री से पहले इसकी सर्विसिंग होती है और कोई कमी होने पर इसे दुरुस्त किया जाता है। इसके बाद इन्हें बिक्री के लिए रखा जाता है। साथ ही इन स्मार्टफोन की बिक्री पर कंपनी की तरफ से वारंटी और गारंटी ऑफर भी दिए जाते हैं।
(Written By- Saurabh Verma)