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    Raise and Fall of BlackBerry: कैसे शुरू सबसे पहले स्मार्टफोन की जर्नी? अखिर क्यों खत्म हुआ ब्लैकबेरी का राज

    By Ankita PandeyEdited By:
    Updated: Sun, 27 Nov 2022 12:47 PM (IST)

    स्मार्टफोन हमारी लाइफ का अहम हिस्सा है इसकी बिना हमारा कोई काम नहीं होता। लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्मार्टफोन की शुरूआत कहा से हुई । हम बात कर रहें है एक समय स्मार्टफोन का राजा कहें जाने वाले ब्लैकबेरी फोन्स की। आइये इसकी जर्नी के बारे में जानें।

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    Raise and Fall of BlackBerry, know the details

    नई दिल्ली, टेक डेस्क। एक समय ऐसा था, जब BlackBerry ने स्मार्टफोन के राजा के रूप में शासन किया और 2011 में 50 मिलियन से अधिक यूनिट की सेलिंग के साथ अपने चरम पर रहा है। ये कनाडा की एक दूरसंचार कंपनी का हिस्सा थे, जिसे रिसर्च इन मोशन नाम दिया गया था और इसके लाखों ग्राहक थे। इस कंपनी ने पेजर और हैंडसेट बनाने से शुरूआत की थी, लेकिन आइकॉनिक कीबोर्ड के साथ आने वाले स्मार्टफोन को आकार लेने में 15 सालों का समय लगा।

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    US स्मार्टफोन बाजार के 50% हिस्से पर था राज

    एक समय ब्लैकबेरी ने यूएस में स्मार्टफोन बाजार का 50% और विश्व स्तर पर 20% नियंत्रित किया है और ब्लैकबेरी फोन हर जगह थे। लेकिन कुछ समय बाद मांग में तेजी से गिरावट आई और 2016 में ब्लैकबेरी ने अपने फोन बनाना बंद कर दिया। तो ऐसा क्या हुआ? कि रातोंराज सबसे उपर रहने वाली कंपनी का राज खत्म हो गया।

    1984 में, कनाडा के दो इंजीनियरिंग छात्रों, माइक लजारिडिस और डगलस फ्रेगिन ने रिसर्च इन मोशन का गठन किया। सबसे पहले, कंपनी ने ज्यादातर इस तरह के प्रोजेक्ट पर काम किया, जिसमें GM के लिए एक एलईडी सिस्टम, IBM के लिए एक लोकल नेटवर्क और फिल्म-एडिटिंग सिस्टम शामिल हैं। लेकिन पासा तक पलटा, जब 1989 में, कनाडाई फोन कंपनी रोजर्स ने RIM को काम करने के लिए कॉन्ट्रैक्ट किया। कंपनी ने इसका Mobitex नेटवर्क सिस्टम बनाया, जिसे विशेष रूप से मैसेजिंग के लिए डिज़ाइन किया गया था। इसके बाद RIM को मोबाइल मैसेजिंग में एक प्रारंभिक विशेषज्ञ के रूप में जाना जाने लगा।

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    1996 में बना पहला दो तरफा पेजर

    1996 में RIM ने अपना पहला दो तरफा पेजर बनाया। और अगले कुछ वर्षों के लिए, कंपनी ने उस डिज़ाइन पर पुनरावृति की, अलग अलग कलर ऑप्शन पेश किएं, वाईफाई, क्वीक मैसेजऔर वेब ब्राउज़िंग जैसी सुविधाओं को जोड़ा।

    2002 में हुई पहले मॉडल

    2002 में कंपनी ने अपना पहला मॉडल पेश किया जिसे फोन कहा जा सकता था। 2006 में, RIM ने ट्रैकबॉल जोड़ा ताकि यूजर्स स्क्रीन के चारों ओर स्क्रॉल कर सकें। ब्लैकबेरी में एक सरल डिजाइन,आसान लर्निंग प्रॉसेस के साथ आता था। इसकी मदद से यूजर्स ईमेल कर सकते थे, टेक्स्ट का जवाब दे सकते थे, वेब ब्राउज़ कर सकते थे।

    ब्लैकबेरी मैसेंजर(BBM) था सबसे खास फीचर्स

    BBM मैसेजिंग सेवा ब्लैकबेरी की सफलता का एक प्रमुख एलीमेंट था, क्योंकि कंपनी को बहुत पहले ही पता चल गया था कि लोग आपस में एक बहुत जल्दी जुड़ना चाहते हैं। वे बिना किसी सीमा के आगे और पीछे संदेश भेजने में सक्षम होना चाहते हैं। BBM में सक्षम होने के कारण BlackBerry-only यूजर्स था, जिसमें ये मैसेज केवल BBM यूजर्स के बीच ही भेजा जा सकता था।

    क्यों आई गिरावट?

    आईफोन की शुरूआत ने ब्लैकबेरी के मार्केंट को प्राभावित तो नहीं किया, लेकिन iPhone कुछ ऐसा था जिसे कंज्यूमर्स ने पहले कभी नहीं देखा था। IPhone एक फुल-टच-स्क्रीन डिवाइस था, और यह उस समय मोबाइल उद्योग के लिए नवाचार में एक बड़ी छलांग थी। ब्लैकबेरी उस समय भी भौतिक कीबोर्ड का उपयोग कर रहा था। ब्लैकबेरी ने आईफोन को प्रतिस्पर्धा के रूप में नहीं देखा क्योंकि यह व्यापार बाजार को पूरा नहीं करता था। RIM ने 2008 में ब्लैकबेरी फ्लिप फोन जारी किया, इसके तुरंत बाद ब्लैकबेरी स्टॉर्म आया, जो इसका पहला टच-स्क्रीन डिवाइस था। आलोचकों द्वारा स्टॉर्म की समीक्षा की गई और कमियां निकाली गईं। लेकिन ब्लैकबेरी फोन अभी भी कुछ कारणों से बिक रहे हैं क्योंकि आईफोन ब्लैकबेरी की तुलना में अधिक महंगा था।

    लेकिन स्मार्टफोन बाजार तेजी से बदल रहा था, हर साल एक नया अपडेटेड आईफोन आता था, और मोटोरोला ड्रॉयड जैसे अन्य स्मार्टफोन भी लाइन में थे। जून 2010 में आईफ़ोन 4 की रिलीज़ के साथ ब्लैकबेरी की अंत की शुरूआत हो गई। इसके रिलीज़ होने के तुरंत बाद, ऐपल के फोन की बिक्री ने दूसरी बार ब्लैकबेरी को पीछे छोड़ दिया। लेकिन इस बार वे वहीं रुके रहे। RIM की वैश्विक बाजार हिस्सेदारी में गिरावट शुरू हुई, जो 2009 में 20% से 2012 में 5% से कम हो गई। जब तक RIM ने 2013 में अपना विशेष टच-स्क्रीन फोन जारी किया, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

    2013 में BlackBerry पड़ा नाम

    उसी वर्ष, RIM ने आधिकारिक तौर पर अपना नाम बदलकर BlackBerry कर लिया। ब्लैकबेरी ने सोचा कि इसके वफादार कस्टमर्स इसके लिए इंतजार करेंगे।लेकिन लोग या तो iPhone या Android की तरफ जाने लगे थे। और 2016 की अंतिम तिमाही में, दुनिया भर में बेचे गए 432 मिलियन से अधिक स्मार्टफोन में से केवल 207,900 ब्लैकबेरी डिवाइस थे, जिसने आधिकारिक तौर पर RIM के स्मार्टफोन बाजार में हिस्सेदारी 0% कर दी।

    2016 में टीसीएल ने ब्लैकबेरी फोन ब्रांड खरीदा

    2016 में, चीनी उपभोक्ता-इलेक्ट्रॉनिक कंपनी टीसीएल ने ब्लैकबेरी फोन ब्रांड खरीदा। ये डील टीसीएल के लिए ब्लैकबेरी हार्डवेयर डिजाइन और निर्माण के लिए था, जबकि ब्लैकबेरी कंपनी सॉफ्टवेयर देती है। आज के ब्लैकबेरी फोन में अभी भी ऑइकॉनुक कीबोर्ड है लेकिन एंड्रॉयड पर चलते हैं। सबसे लेटेस्ट ब्लैकबेरी फोन, Key2, 2018 में जारी किया गया था। इन दिनों, हर साल एक नया मॉडल आते थे और 2019 में कोई नया ब्लैकबेरी नहीं आया। अब नया ब्लैकबेरी फोन आएगा या नहीं इसकी कोई गांरेटी नहीं है।

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