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DATA STORY : लोग मोबाइल इंटरनेट डिवाइस पर आने वाले साल में 930 घंटे बिताएंगे

2015 में औसतन दुनियाभर में लोग मोबाइल इंटरनेट पर एक दिन में 80 मिनट बिताते थे जो अब बढ़कर 130 मिनट हो गया है। स्मॉर्टफोन की उपलब्धता तेज कनेक्शन बेहतर स्क्रीन और एप इनोवेशन ने मोबाइल इंटरनेट के इस्तेमाल में इजाफा किया।

By Vineet SharanEdited By: Published: Tue, 15 Dec 2020 12:59 PM (IST)Updated: Tue, 15 Dec 2020 01:44 PM (IST)
DATA STORY : लोग मोबाइल इंटरनेट डिवाइस पर आने वाले साल में 930 घंटे बिताएंगे
टेलीविजन फिलहाल दुनियाभर में सबसे बड़ा माध्यम है। 2019 में रोजाना इसे 167 मिनट देखा जाता था।

नई दिल्ली, जेएनएन। लोग आने वाले सालों में मोबाइल इंटरनेट डिवाइस के साथ 930 घंटे बिताएंगे। जेनिथ मीडिया कंज्म्पशन फॉरकॉस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, लोग साल के कुल 39 दिन मोबाइल इंटरनेट डिवाइस पर बिताएंगे। यह सर्वे कुल 57 देशों में किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में इन देशों में 4.5 ट्रिलियन घंटे मोबाइल इंटरनेट डिवाइस पर खर्च किए जाएंगे।

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2015 में औसतन दुनियाभर में लोग मोबाइल इंटरनेट पर एक दिन में 80 मिनट बिताते थे, जो अब बढ़कर 130 मिनट हो गया है। स्मॉर्टफोन की उपलब्धता, तेज कनेक्शन, बेहतर स्क्रीन और एप इनोवेशन ने मोबाइल इंटरनेट के इस्तेमाल में इजाफा किया। रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष 27% से बढ़कर 2021 में मोबाइल इंटरनेट का उपयोग 31% वैश्विक मीडिया खपत के लिए होगा। इसके अलावा अखबार पढ़ने का समय भी कम हुआ है। 2014 से 2019 के दौरान यह 17 मिनट से घटकर 11 मिनट हो गया। वहीं मैग्जीन पढ़ने का समय 8 मिनट से 4 मिनट हो गया।

जेनिथ के हेड ऑफ फॉरकॉस्टिंग जोनाथन बर्नार्ड कहते हैं कि लोगों का मोबाइल टेक्नोलॉजी पर भी समय बढ़ा है। अपने करीबियों के साथ चुटकले साझा करना, मैसेज शेयर करने आदि में भी लोग अधिक समय बिता रहे हैं।

टीवी का क्रेज कम हो रहा

टेलीविजन फिलहाल दुनियाभर में सबसे बड़ा माध्यम है। 2019 में रोजाना इसे 167 मिनट देखा जाता था, जिसके 2021 में घटकर रोजाना 165 मिनट हो जाने का अनुमान है। वहीं वैश्विक मीडिया खपत में इसका प्रतिशत 2021 में कम होकर 33 फीसद होने की संभावना है। 2019 में यह 35 फीसद था। पर सिनेमा और रेडियो के प्रति लोगों का रुझान कम नहीं हुआ। रेडियो सुनने का समय रोजाना 53 मिनट से बढ़कर 55 मिनट हो गया और सिनेमा देखने का समय 1.8 मिनट से बढ़कर 3 मिनट हो गया।

सबसे सस्ती मोबाइल डाटा दर भारत में

दुनिया में सबसे सस्ती मोबाइल डाटा दर भारत में है। वर्ल्ड मोबाइल डाटा प्राइसिंग रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 1जीबी मोबाइल डाटा पैकेज काफी सस्ता है। इसके बाद इजराइल, किर्गिस्तान, इटली और यूक्रेन का नंबर आता है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की आबादी सबसे युवा है। यहां के युवा टेक्नोलॉजी के मामले में समृद्ध हैं। भारत का सुपरफोन मार्केट काफी बेहतर है। इसमें नई तकनीक को समाहित करने की क्षमता है। बाजार में प्रतिस्पर्द्धा है। इन सबके बावजूद डाटा भी बेहद सस्ता है। भारत में 1 जीबी डाटा की औसत कीमत 0.09 डॉलर है। इजराइल में 1 जीबी डाटा की औसत कीमत 0.11 डॉलर, किर्गिस्तान में 0.21 डॉलर, इटली और यूक्रेन में क्रमश: 0.43 डॉलर और 0.46 डॉलर है। 


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