Google ने बंद की यह सेवा, Jio, Airtel समेत ये कंपनियां अब नहीं दे पाएंगी बेहतर नेटवर्क कवरेज!
Google के नए कदम से टेलिकॉम ऑपरेटर के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। Google के नए कदम से टेलिकॉम ऑपरेटर के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है। इस कदम से टेलिकॉम कंपनियों के लिए ग्लोबली अपने आप कनेक्टिविटी से जुड़े मामलों को फिक्स करने और अपनी कवरेज को बढ़ाने में दिक्कत का सामने कर पड़ सकता है। भारत में Bharti Airtel, Reliance Jio, Vodafone India समेत अन्य टेलिकॉम कंपनियों को Google के इस कदम से अपने नेटवर्क कवरेज में वीक स्पॉट को खोजने में मुश्किल हो सकती है। अब प्रश्न यह है की Google ऐसा क्या करने जा रहा है? रायटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, Google ने अपनी मोबाइल नेटवर्क इनसाइट्स सेवा को बंद कर दिया है।
Google द्वारा इस सेवा को मार्च 2017 में लॉन्च किया गया था। यह सर्विस पूरी दुनिया में टेलिकॉम कंपनियों को डाटा उपलब्ध करवाती थी। इसमें यह बताया जाता था की कंपनी की नेटवर्क कवरेज कहां खराब है। Google ने इस सेवा को चुप-चाप शट डाउन यानी की बंद कर दिया है। Google का इस सेवा को शटडाउन करने के पीछे यह कारण हो सकता है की एंड्रॉइड यूजर्स के फोन से यूजर जनरेटेड डाटा शेयर करने से कंपनी रेगुलेटर्स को बिना बात का निमंत्रण देकर किसी मुसीबत में फंस सकती है। यह नेटवर्क कवरेज डाटा अधिकतर एंड्रॉइड फोन की लोकेशन और सिग्नल स्ट्रेंथ से लिया जाता था।
रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, डाटा एकत्रित किया जाता था। इसका मतलब इसमें किसी एक व्यक्ति के फोन की जानकारी नहीं होती थी। इसमें वाहक की अपनी सेवा से जुडी जानकारी या डाटा और प्रतिस्पर्धी कंपनियों की जानकारी होती थी। Google मोबाइल नेटवर्क इनसाइट की यह सेवा फ्री में उपलब्ध करता था और क्योंकि इसमें अधिकतर डाटा एंड्रॉइड यूजर्स का होता था, तो टेलिकॉम कंपनियों को अपने सेवा और कनेक्टिविटी को बूस्ट करने में अदद मिलती थी। इस सेवा को बंद करने से यह समझ आता है की Google, यूजर्स की प्राइवेसी को ध्यान में रख रहा है।
Google की प्रवक्ता विक्टोरिया ने यह कन्फर्म किया है की Google ने इस सेवा को शट डाउन कर दिया है। इसी के साथ टेलिकॉम कंपनियों को नोटिस भी भेज दिए गए हैं। बयान के अनुसार उन्होंने कहा की- हमने ऐसे प्रोग्राम पर काम किया, जिससे मोबाइल पार्टनर अपने नेटवर्क को बेहतर कर पाएं। इसमें परफॉरमेंस मैट्रिक्स के आधार पर डाटा तैयार होता था। हम ऐप्स और यूजर्स के लिए हमारी सेवाओं की नेटवर्क परफॉरमेंस को बेहतर करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।