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दिसंबर 2022 से भारत में शुरू होगी Elon Musk की Starlink ब्रॉडबैंड सेवा! यूजर्स को मिलेगा 150 मेगाबाइट की स्पीड से डेटा

SpaceX अगले साल दिसंबर से भारत में Starlink ब्रॉडबैंड सेवा को शुरू कर सकती है। इस ब्रॉडबैंड सेवा के आने से भारतीय यूजर्स को हाई-स्पीड डेटा मिलेगा। स्टारलिंक के कंट्री डायरेक्टर संजय भार्गव ने कहा है कि भारत में प्री-बुकिंग की संख्या 5000 का आंकड़ा पार कर चुकी है।

By Ajay VermaEdited By: Published: Fri, 01 Oct 2021 04:05 PM (IST)Updated: Sat, 02 Oct 2021 09:53 AM (IST)
दिसंबर 2022 से भारत में शुरू होगी Elon Musk की Starlink ब्रॉडबैंड सेवा! यूजर्स को मिलेगा 150 मेगाबाइट की स्पीड से डेटा
स्टारलिंक की प्रतिकात्मक फाइल फोटो दैनिक जागरण की है

नई दिल्ली, PTI। Elon Musk की कंपनी SpaceX अगले साल दिसंबर से भारत में Starlink ब्रॉडबैंड सेवा को शुरू कर सकती है। इस ब्रॉडबैंड सेवा के आने से भारतीय यूजर्स को हाई-स्पीड डेटा मिलेगा। स्टारलिंक के कंट्री डायरेक्टर संजय भार्गव ने कहा है कि भारत में प्री-बुकिंग की संख्या 5000 का आंकड़ा पार कर चुकी है और कंपनी ग्रामीण क्षेत्र में अपनी ब्रॉडबैंड सेवाएं देने के लिए कार्य कर रही है।

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संजय भारगव ने कहा है कि हमारा लक्ष्य दिसंबर 2022 में भारत में 2,00,000 टर्मिनलों को सक्रिय करना है। यदि हमें सरकार से मंजूरी नहीं मिलती है तो वास्तविक संख्या उससे बहुत कम या शून्य भी हो सकती है, लेकिन यह बहुत कम संभावना है कि हम 2,00,000 से अधिक हो जाएंगे।

बीटा स्टेज के दौरान कंपनी प्रत्येक यूजर से 99 डॉलर यानी करीब 7,350 रुपये का डिपॉजिट लेगी और यूजर्स को 50 से 150 मेगाबाइट प्रति सेकंड की स्पीड से डेटा मिलेगा। वहीं, स्टारलिंक ब्रॉडबैंड सेवा रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया को कड़ी टक्कर देगी।

प्री-ऑर्डर नोट में कंपनी ने कहा है कि स्टारलिंक सेवा कई देशों में उपलब्ध है और भारत से अधिक संख्या में प्री-ऑर्डर होने पर उसके लिए सरकार की मंजूरी लेना आसान हो जाएगा। भारत सरकार की स्वीकृति प्रक्रिया काफी जटिल है। हमारा दृष्टिकोण यह होगा कि अगर हमारी सेवाओं के लिए पैन इंडिया का अप्रूवल नहीं मिलता है तो हम पायलट प्रोजेक्ट के लिए अप्रूवल प्राप्त करने की कोशिश करेंगे।

स्टारलिंक नोट में यह भी कहा गया है कि हम उम्मीद करते हैं कि हमें अपनी सेवाओं के लिए अगले कुछ महीनों में पायलट प्रोग्राम या पैन इंडिया प्रोजेक्ट के लिए भारतीय सरकारी मंजूरी मिल जाएगी। लिक्विड ऑक्सीजन और सेमीकंडक्टर की कमी की वजह से स्टारलिंक किट के रेट प्रभावित हुए हैं।


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