ChatGPT की दौड़ में ठहराव की है जरूरत, Elon Musk सहित कई विशेषज्ञों ने दी सलाह
वैज्ञानिकों और टेक दिग्गजों की एक टीम ने याचिका दायर की है कि ChatGPT जैसी तकनीकी पर थोड़े समय के लिए विराम लगाने की जरूरत है। इस याचिका में उन्होंने 6 महीने का वक्त मांगा है। आइये जानते हैं क्या है पूरा मामला...
नई दिल्ली, टेक डेस्क। ChatGPT का नाम लेते ही हमारे दिमाग में कई ख्याल आते हैं। जहां कुछ इसे बातूनी चैटबॉट की तरह लेते हैं, वहीं कुछ के लिए ये एक समस्या है। समय-समय पर टेक इंडस्ट्री के बड़े लोग इसे लेकर कुछ ना कुछ कहते या करते रहते हैं।
ऐसे में ये अहम सवाल उठ रहा है कि क्या टेक कंपनियां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक को रोल आउट करने में बहुत तेजी दिखा रही हैं, जो एक दिन इंसानों के लिए नुकसान हो सकती हैं?
टेक विशेषज्ञों की बढ़ी चिंता
प्रमुख कंप्यूटर वैज्ञानिकों और अन्य तकनीकी उद्योग के एक समूह का निष्कर्ष है कि ChatGPT जैसी AI तकनीकी इंसानों के लिए जोखिम पैदा कर सकती है और टेक कंपनी इस तकनीकी को रोलआउट करने में जल्दीबाजी कर रही हैं। इन विशेषज्ञों के समूह में ट्विटर के CEO एलन मस्क और एपल के सह-संस्थापक स्टीव वोज्नियाक भी शामिल रहे। ये टीम ChatGPT जैसी AI आधारित तकनीकों के जोखिमों पर विचार करने के लिए 6 महीने के विराम की मांग कर रही है।
दायर की याचिका
बीते बुधवार को इस टीम की याचिका प्रकाशित हुई, जिसमें सैन फ्रांसिस्को स्टार्टअप OpenAI की GPT-4 की हालिया रिलीज की प्रतिक्रिया है। यह इसके व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले AI चैटबॉट ChatGPT का एक अधिक एडवांस सक्सेसर है, जिसने तकनीकी दिग्गजों Microsoft और Google के बीच समान एप्लिकेशन को पेश करने में मदद की।
क्या है मामला?
इस याचिका में चेतावनी दी गई है कि एआई सिस्टम मानव-प्रतिस्पर्धी बुद्धि के साथ समाज और मानवता के लिए गहरा जोखिम पैदा कर सकता है। इससे इंटरनेट पर गलत सूचनाओं की बाढ़ आ सकती है। साथ नौकरियों पर खतरा बनने की आशंका है।
नियंत्रण के बाहर है AI
इसमें यह भी बताया गया है कि हाल के महीनों में एआई पर आधारित या विकसित डिजिटल माइंड को तैयार करने में कंपनी जुटी हुई है, लेकिन ये माइंड हर किसी के नियंत्रण से बाहर है, भले ही वे उनके निर्माता हो या उनके बारे में समझते और जानकारी रखते हो।
पत्र में में एक्सपर्ट ने कहा कि हम सभी एआई प्रयोगशालाओं से कम से कम 6 महीने के लिए GPT-4 से अधिक शक्तिशाली AI सिस्टम के प्रशिक्षण को तुरंत रोकने का आह्वान करते हैं। यह ठहराव सार्वजनिक और सत्यापन योग्य होना चाहिए और इसमें सभी प्रमुख अभिनेताओं को शामिल किया जाना चाहिए। अगर इस तरह के ठहराव को जल्दी से लागू नहीं किया गया है, तो सरकारों को कदम उठाना चाहिए और एक अधिस्थगन स्थापित करना चाहिए।