बंद होने जा रही है Apple को टक्कर देने वाली ये चीनी स्मार्टफोन कंपनी, दुनियाभर में इसके स्मार्टफोन का था दबदबा
कंपनी के संस्थापक रेंग झेंगफेई ने कंपनी को बेचने का निर्णय लिया है। चीन की हुवावे टेक्नोलॉजीज कंपनी लिमिटेड (Huawei Technologies Co Ltd) अपने प्रीमियम स्मार्टफोन ब्रांड P और मेट (Mate) को बेचने के लिए बातचीत कर रही है। हालांकि यह अभी बातचीत का शुरुआती दौर है।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। एक वक्त था, जब दुनियाभर में चीनी स्मार्टफोन Huawei का दबदबा हुआ करता थ। Huawei कंपनी के पास आला दर्ज के टेलिकॉम उपकरण मौजूद थे। Huawei कंपनी 5G टेक्नोलॉजी के मामले में दुनिया की दिग्गज टेलिकॉम कंपनियों से कहीं आगे है। लेकिन चीनी सेना के साथ कनेक्शन के चलते Huawei कंपनी को अमेरिका समेत दुनियाभर में प्रतिबंध का सामना करना पड़ रहा है। जिसके चलते कंपकी की माली हालत काफी खराब हो गई है। ऐसे में कंपनी के संस्थापक रेंग झेंगफेई ने कंपनी को बेचने का निर्णय लिया है। चीन की हुवावे टेक्नोलॉजीज कंपनी लिमिटेड (Huawei Technologies Co Ltd) अपने प्रीमियम स्मार्टफोन ब्रांड P और मेट (Mate) को बेचने के लिए बातचीत कर रही है। हालांकि यह अभी बातचीत का शुरुआती दौर है।
Huawei कंपनी की बिक्री की चल रही बातचीत
रॉयटर्स की खबर के मुताबिक Huawei कंपनी की खरीददारी की बातचीत शंघाई सरकार समर्थित कंसोर्टियम से चल रही है। Huawei के P ब्रांड और Mate ब्रांड की बिक्री का सीधा मतलब है कि कंपनी प्रीमियम स्मार्टफोन कारोबार से बाहर निकल रही है। हुवावे ने अभी तक बिक्री पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है। सूत्रों ने पूरी बातचीत की सफलता पर आशंका जताई है। अभी भी कंपनी स्मार्ट फोन के लिए Kirin चिप्स बनाने का काम इन-हाउस कर रही है। एक अन्य सूत्र के मुताबिक Huawei ने पिछले साल सितंबर महीने के शुरुआत में ही ब्रांड्स को बेचने की संभावनाएं तलाशनी शुरू कर दी थी। एक कंसल्टेंसी फर्म IDC के मुताबिक, साल 2019 की तीसरी और 2020 की तीसरी तिमाही के बीच दुनिया भर में मेट और P सीरीज के फोनों का शिपमेंट यानी निर्यात 39.7 अरब डॉलर के आसपास रहा है।
Huawei संस्थापक ने लंबे वक्त तक चीनी सेना में काम किया है
1987 में हुआवे की शुरुआत हुई है। इसमें करीब 1 लाख 80 हजार कर्मचारी काम करते हैं। Samsung के बाद Huawei दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी स्मार्टफोन सप्लायर कंपनी है। इसका दुनिया के 18 फीसदी स्मार्टफोन मार्केट पर कब्जा रह चुका है, जो Apple और बाकी स्मार्टफोन कंपनी के मार्केट शेयर से ज्यादा है। Huawei कंपनी के संस्थापक रेंग झेंगफेई चीनी कम्यूनिस्ट पार्टी के सदस्य रह चुके हैं. साथ ही 9 साल तक चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी में काम कर चुके हैं। रेन झेंगफेई साल 1974 में चीनी सेना में एक इंजीनियर के तौर पर जुड़े थे। इसके बाद 1987 में Huawei कंपनी की नींव रखी थी।