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5G के आने के बाद इन 6 तरीकों से बदल जाएगा आपके जीने का तरीका

वर्ष 2022 में भारत में 5G के रोलआउट के बाद किस तरह हमारे जीवन में बदलाव आएगा इसके बारे में हम आपको इस पोस्ट में बता रहे हैं

By Shilpa Srivastava Edited By: Published: Mon, 22 Oct 2018 04:36 PM (IST)Updated: Tue, 23 Oct 2018 05:17 PM (IST)
5G के आने के बाद इन 6 तरीकों से बदल जाएगा आपके जीने का तरीका

नई दिल्ली (टेक डेस्क)। 5G नेटवर्क वर्ष 2022 तक भारतीय बाजार में दस्तक दे सकता है। यह न केवल इंटरनेट स्पीड को अपग्रेड करेगा बल्कि नेक्सट जनरेशन तकनीक को भी लेकर आएगा। 5G के युग में लाखों डिवाइसेज एक दूसरे के साथ कनेक्ट हो सकेंगी। आपका फोन आपके घर की लगभग हर डिवाइस के साथ कनेक्ट हो जाएगा। वर्ष 2022 में भारत में 5G के रोलआउट के बाद किस तरह हमारे जीवन में बदलाव आएगा इसके बारे में हम आपको इस पोस्ट में बता रहे हैं।

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स्मार्ट सिटीज:

5G शहरों को शहरी इंस्फ्रास्टक्चर जैसे ट्रैफिक, वेस्ट मैनेजमेंट और पावर सप्लाई से कनेक्ट किया जा सकेगा। उदाहरण के तौर पर: शहरों के आस-पास के सेंसर्स पैदल चलने वालों और वाहन के आवागमन को मॉनिटर कर सकेंगे जिससे ट्रैफिक लाइट और ट्रैफिक को ऑटमैटिकली डायवर्ट किया जा सके।

स्मार्ट होम:

5G आधारित स्मार्ट होम सिक्योरिटी सिस्टम्स, पावर और पानी की खपत को मैनेज कर सकेंगे। एक स्मार्ट होम न केवल स्थिति के मुताबिक आपके घर की लाइट्स को ऑन-ऑफ करेगा बल्कि यह आपकी सेहत को भी ट्रैक करेगा। साथ ही इमरजेंसी में मदद के लिए कॉल भी करेगा।

सेल्फ-ड्राइविंग कार:

5G सेल्फ-ड्राइविंग कार के AI-कंपोनेंट को बेहतर करने में मदद करेगा। कार के हजारों सेंसर्स ज्यादा बेहतर तरीके से आपके आस-पास के डाटा प्वाइंट्स को सहेजने में मदद करेंगे जिससे ड्राइविंग से संबंधित निर्णय लेने में मदद मिलेगी।

हेल्थ मॉनिटरिंग:

5G के आने के बाद सेंसर्स हेल्थ डिवाइसेज से लगातार कनेक्टेड रहेंगे जिससे अगर आपको कोई बिमारी होती है तो आपको तुरंत पता चल जाएगा। साथ ही उसका इलाज भी पता चल जाएगा।

ऑफिस और अस्पताल में एंट्री के लिए IoT डिवाइसेज:

5G तकनीक IoT डिवाइसेज को एक दूसरे से कम्यूनिकेट करने में मदद करेगी। 5G ज्यादा बैटरी लाइफ के साथ कम कीमत में सेंसर्स तैयार करेगी। IoT ऑफिस, सरकारी विभाग, अस्पताल और एग्रीकल्चर के लिए ऐप्लीकेशन्स बनाएगी। ऐसा माना जा रहा है कि वर्ष 2020 तक IoT सेक्टर में 50 बिलियन डिवाइसेज होंगी।

वर्चुअल और ऑगमेंटेड रिएलिटी:

5G मोबाइल कम्प्यूटिंग परफॉर्मेंस को बेहतर करेगा जिससे वर्चुअल और ऑगमेंटेड रिएलिटी बड़े पैमाने पर viable हो जाएंगे। जबकि अल्ट्रा-हाई-फिडेलिटी मीडिया, परफॉर्मेंस और इवेंट को देखने का हमारा नजरिया बदल सकते हैं।

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