Move to Jagran APP

इतना महंगा है ये माइक्रोफोन कि खरीद लेंगे एक नया बजट फोन, फीचर्स में मिलेगा ये खास

हाल ही में sennheiser ने एक नया माइक्रोफोन लॉन्च किया जिसकी कीमत एक बजट स्मार्टफोन समान है। आज हम आपको बताएगा कि इस माइक्रोफोन में क्या खास फीचर है जो इसके महंगा बनाता है। आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

By Ankita PandeyEdited By: Ankita PandeyFri, 24 Mar 2023 01:15 PM (IST)
इतना महंगा है ये माइक्रोफोन कि खरीद लेंगे एक नया बजट फोन, फीचर्स में मिलेगा ये खास
Sennheiser profile USB microphone launched in India, know the details

नई दिल्ली, टेक डेस्क। Sennheiser ने भारतीय बाजार में अपना नया Profile USB माइक्रोफोन लॉन्च किया है। यह एक कार्डियोइड कंडेनसर माइक्रोफोन है, जो स्ट्रीमिंग और पॉडकास्टिंग में मदद करने के लिए डिजाइन किया गया है। यानी कि, जो लोगों प्रोफेशनली पो़डकास्ट करते हैं या स्ट्रीमिंग करते हैं, उन सभी के लिए बेहतर है।

कंपनी का कहना है कि ये प्रोडक्ट न केवल प्रोफेशनल साउंड देने का दावा करता है, बल्कि सभी सभी तक सीधा एक्सेस देता है। यह स्ट्रीमर्स, पॉडकास्टर्स और गेमर्स को अपने कंटेंट पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है।

Sennheiser Profile USB माइक्रोफोन की कीमत

इसको दो वर्जन में पेश किया गया है। जहां साइड-एड्रेस माइक्रोफोन टेबल स्टैंड वर्जन की कीमत 10,900 रुपये है। वहीं 3-पॉइंट सेल्फ-लॉकिंग बूम आर्म के साथ आने वाला प्रोफाइल स्ट्रीमिंग सेट 15,999 रुपये में उपलब्ध है। Sennheiser Profile USB माइक्रोफोन पहले से ही ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Amazon पर उपलब्ध है।

Sennheiser माइक्रोफोन के स्पेसिफिकेशंस

प्रोफाइल USB माइक्रोफोन में Sennheiser कंडेनसर कैप्सूल, KE 10 के साथ आता है। इस माइक का कार्डियोइड पिक-अप पैटर्न पीछे से आने वाली ध्वनि को कम करता है, ताकि स्ट्रीमर की आवाज फोकस में है।

इसके फ्रंट में प्रोफाइल USB माइक में टच-रिस्पॉन्सिव, नो-नॉइज़ म्यूट बटन, माइक्रोफोन वॉल्यूम के लिए एक गेन कंट्रोल, आपकी आवाज और कंप्यूटर/टैबलेट ऑडियो के बीच संतुलन सेट करने के लिए मिक्स कंट्रोल के साथ-साथ वॉल्यूम कंट्रोल की सुविधा है। प्रोफाइल USB माइक्रोफोन के पीछे 3.5mm सॉकेट के माध्यम से हेडफोन या ईयरफोन को कनेक्ट किया जा सकता है।

कैसे करता है काम

इसमें आपको एलईडी रिंग ऑपरेटिंग स्टेटस को संकेत देते हैं। जब गेन कंट्रोल के चारों ओर एलईडी रिंग हरी हो जाती है, तो माइक चलने के लिए तैयार हो जाता है। जब एक लाइट रिंग कभी-कभी पीली हो जाती है, तो माइक क्लिपिंग हो जाता है। इसका मतलब है कि यूजर्स को माइक का वॉल्यूम कम करना होगा। जब माइक्रोफोन को म्यूट कर दिया जाता है, तो म्यूट बटन के चारों ओर लाइट बजती है और गेन कंट्रोल लाल रंग में जलता है।