ऑनलाइन किताबें पढ़ने का है शौक तो Airtel दे रहा हजारों ई-बुक्स का फ्री एक्सेस
Bharti Airtel ने अपने ई-बुक्स प्लेटफॉर्म को एकदम फ्री कर दिया है। यहां पर आप हजारों किताबें फ्री में पढ़ पाएंगे। फोटो साभार Juggernaut
नई दिल्ली, पीटीआइ। भारत को कोरोनावायरस से बचाने के लिए सरकार द्वारा पूरी तरह लॉकडाउन कर दिया गया है। कई लोगों को ऑफिस का काम घर के करना पड़ रहा है। वहीं, कुछ लोग घर पर बिना किसी काम के बोर हो रहे हैं। लेकिन अगर आपको ई-बुक्स पढ़ने का शौक है और आपके पास घर पर कोई बुक नहीं है तो आप ऑनलाइन ई-बुक्स पढ़ सकते हैं। लेकिन ई-बुक्स पढ़ने के लिए आपको शुल्क चुकाना होता है। इस स्थिति को देखते हुए Bharti Airtel ने अपने ई-बुक्स प्लेटफॉर्म को एकदम फ्री कर दिया है। यहां पर आप हजारों किताबें फ्री में पढ़ पाएंगे। इस प्लेटफॉर्म का नाम Juggernaut Books है जिसे पहले Airtel Books के नाम से भी जाना जाता था।
Juggernaut Books ऐप में ई-बुक्स मौजूद हैं। इसमें हर कैटेगरी की बुक्स शामिल हैं जैसे बिजनेस, रोमांस, हिस्ट्री, फिटनेस, डायट, क्लासिक, आध्यात्म आदि। इसे एंड्रॉइड और iOS पर इस्तेमाल किया जा सकता है। Juggernaut के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट भी किया है। कंपनी ने इसके लिए सिर्फ कुछ ट्वीट भी किए हैं। तो चलिए देखते हैं कंपनी के ट्वीट:
पहला ट्वीट 21 मार्च को किया गया था जिसमें बताया गया था कि इस ऐप को फ्री किया जा रहा है। देखें ट्वीट:
As we go on curfew tomorrow, Juggernaut is going to make their app free for you. Because nothing can help you learn and grow, stay calm and stress-free like reading. #ReadInstead https://t.co/Klivx7o7Iu" rel="nofollow pic.twitter.com/SLph75iLqH — Juggernaut Books (@juggernautbooks) March 21, 2020
दूसरा ट्वीट हाल ही में किया गया है जिसमें कहा गया है कि लॉकडाउन के समय हिस्ट्री, लॉ और पॉलिटिक्स को फ्री में पढ़ें। देखें ट्वीट:
#ReadInstead Use your time during the lockdown to visit and better understand the history, law and politics of India. Read these brilliant insights for free on our app! https://t.co/QUAPHLPlEo" rel="nofollow@iProbal @bainjal @chintan_dc pic.twitter.com/CQCuci8pkJ — Juggernaut Books (@juggernautbooks) March 26, 2020
आपको बता दें कि Airtel ने वर्ष 2017 में Juggernaut में एक स्ट्रेटेजिक हिस्सेदारी खरीदी थी। यहां पर लेखकों को डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए अपनी पुस्तकों को स्वयं प्रकाशित करने की भी अनुमति दी जाती है। डिजिटल किताबों को उनके वेबसाइट और मोबाइल ऐप के जरिए डिस्ट्रीब्यूट किया जाता है।