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Vastu Tips For Roti: रोटी बनाते समय बिल्कुल भी न करें ये गलती, मां अन्नपूर्णा के साथ महालक्ष्मी हो जाएगी रुष्ट

Vastu Tips For Roti वास्तु शास्त्र में रोटी बनाने को लेकर कई नियम बताए गए हैं। इन्हीं नियमों में से है कि कभी भी रोटियों को गिनकर नहीं बनाना चाहिए। इससे घर में दरिद्रता का वास होता है। जानिए रोटी को लेकर वास्तु नियम।

By Shivani SinghEdited By: Published: Wed, 01 Jun 2022 02:00 PM (IST)Updated: Wed, 01 Jun 2022 02:09 PM (IST)
Vastu Tips For Roti: रोटी को लेकर वास्तु नियम

नई दिल्ली, Vastu Tips For Roti: अधिकतर घरों में देखा होगा या फिर हो सकता है कि आपके घर में भी ऐसा होगा कि सदस्यों के हिसाब से एक-एक रोटी गिनकर बनाई जाती है, जिससे कि ज्यादा या फिर कम रोटी न बनें। लेकिन वास्तु के हिसाब से रोटी गिनने या फिर खिलाने की आदत काफी बुरी है क्योंकि इसका असर व्यक्ति के साथ-साथ पूरे परिवार पर बुरा पड़ता है। वास्तु शास्त्र में घर, वाहन, करियर से लेकर मकान में मौजूद हर एक चीज के लिए नियम बताए गए हैं। क्योंकि वास्तु के अनुसार, हर एक चीज का सकारात्मक या फिर नकारात्मक प्रभाव व्यक्ति के जीवन में जरूर पड़ता है। वहीं रोटी की बात करें तो वास्तु शास्त्र में माना जाता है कि गिनकर रोटी बनाने से ग्रहों पर बुरा असर पड़ता है। इसके साथ ही मां अन्नपूर्णा भी नाराज हो जाती हैं जिसके कारण अन्न की कमी होने के साथ स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ने लगता है। जानिए आखिर गिन कर रोटी बनाना या फिर खिलाना क्यों नहीं चाहिए और रोटी को लेकर क्या नियम बताए गए है।

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क्यों नहीं गिनना चाहिए रोटियां?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, रोटियां कभी भी गिनकर नहीं बनानी चाहिए। क्योंकि इससे घर में दरिद्रता का वास हो जाता है। क्योंकि अनाज में अन्नपूर्णा का वास होता है। ऐसे में रोटी गिनकर बनाने से मां रुष्ट हो जाती हैं जिसके कारण धन हानि के साथ घर में खाने तक की कमी हो जाती है।

हमेशा बनाएं ज्यादा रोटी

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में जितने सदस्य हैं उनके हिसाब को लेकर हमेशा 4-5 रोटी ज्यादा बानानी चाहिए। इससे मां अन्नपूर्णा प्रसन्न रहती हैं और आर्थिक स्थिति सही हो जाती है।

गाय और कुत्ते के लिए बनाएं रोटी

वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि रोटी बनाते समय सबसे पहले गाय के लिए एक रोटी जरूर बनाएं। इस रोटी के ऊपर एक रोटी के बराबर लोई भी रखें और मीठे में गुड़, चीनी या फिर शहद लगाएं। इसके साथ ही अंत में एक रोटी बनाएं जो कुत्ते के लिए हो। रोजाना इस दिनचर्या को अपनाने से मां अन्नपूर्णा के साथ माता लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है। इसके साथ ही कुत्ते के रोटी खिलाने से शनि दोष, साढ़े साती और ढैय्या से राहत मिलती है।

Pic Credit- Freepik

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'


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