Tulsi Vastu Tips: तुलसी को स्पर्श करने से पहले जान लें सही और गलत समय, अन्यथा बढ़ सकती हैं मुसीबतें
Tulsi Vastu Tips हिन्दू धर्म में तुलसी को बहुत ही पवित्र पौधा माना गया। इसलिए वास्तु शास्त्र में इससे जुड़े कई नियम बताए गए हैं जिनका पालन करने से व्यक्ति को बहुत लाभ मिलता है। साथ ही उसे कई समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Tulsi Vastu Tips: अधिकांश हिन्दू घरों में कम से कम एक तुलसी का पौधा जरूर होता है। मान्यता है कि घर में तुलसी का पौधा रखने से नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव कम रहता है। साथ ही ऐसा भी माना जाता है कि जिस घर में तुलसी का पौधा रहता है, वहां माता लक्ष्मी का वास होता है और धन से जुड़ी समस्याएं दूर हो जाती हैं। शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि माता तुलसी की नितदिन पूजा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करते हैं। आइए जानते हैं कि तुलसी को छूते समय किन बातों का अधिक ध्यान रखना चाहिए।
रात के समय न करें तुलसी को स्पर्श
वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि सूर्यास्त के बाद तुलसी को नहीं छूना चाहिए। व्यक्ति अगर ऐसा करता है तो उसे धन से सम्बन्धित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए रात के समय न तो तुलसी का स्पर्श करें और ना ही उन्हें जल चढ़ाएं। बल्कि संध्या पूजा के बाद पास में केवल एक दीपक जला दें।
इस दिन पर करें तुलसी का स्पर्श
मान्यता है कि तुलसी के पौधे को प्रत्येक रविवार और एकादशी के दिन नहीं छूना चाहिए। साथ ही इस दिन तुलसी को जल चढ़ाना भी वर्जित है। ऐसा इसलिए क्योंकि कई मान्यताओं में एक मान्यता यह भी है कि एकादशी तिथि को तुलसी माता विष्णु जी के लिए निर्जला उपवास रखती हैं। इसलिए शास्त्रों में इस दिन के सन्दर्भ में यह नियम बताए गए हैं।
तुलसी के वास्तु उपाय
वास्तु शास्त्र के अनुसार तुलसी को हमेशा घर के आंगन में ही लगाना चाहिए। साथ ही इन्हें किसी अंधेरे या अकेले स्थान पर न लगाएं। साथ ही हर दिन सुबह और शाम के समय तुलसी के सामने दीपक जलाएं और पौधे के आस-पास साफ-सफाई बनाए रखें। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है और आर्थिक स्थिति मजबूत रहती है।
Pic Credit: Freepik
डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।