Vastu tips of Stairs: घर की तरक्की से जुड़ी होती हैं सीढ़ियां, जानिए सीढ़ियों के वास्तु टिप्स
Vastu tips of Stairsवास्तुशास्त्र में सीढ़ियों का बहुत महत्व है। वास्तुशास्त्र में सीढ़ियों को परिवार की तरक्की और उन्नति से जोड़ कर देखा जाता है। आइए जानते हैं वास्तु के अनुसार सीढ़ियों के निर्माण में हमें कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए...
Vastu tips of Stairs: सामान्यतौर पर सीढ़ीयां हमें एक मंजिल से दूसरी मंजिल तक लाने ले जाने का काम करती हैं। लेकिन वास्तुशास्त्र में सीढ़ियों का बहुत महत्व है। वास्तुशास्त्र में सीढ़ियों को परिवार की तरक्की और उन्नति से जोड़ कर देखा जाता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में सीढ़ियों का सही जगह और सही तरीके से न बना होना हमारी मुश्किलों को बढ़ता है। घर में कई तरह की समस्याएं और परेशानियां आने लगती हैं जिनका सीधा असर हमारे परिवार की तरक्की और उन्नति पर पड़ता है। आइए जानते हैं वास्तु के अनुसार सीढ़ियों के निर्माण में हमें कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए...
1-वास्तुशास्त्र के अनुसार सीढ़ियां बनाने के लिए सबसे सही दिशा नैऋत्य कोण यानि दक्षिण-पश्चिम की दिशा है। जरूरत पड़ने पर उत्तर पश्चिम में भी सीढी बना सकते हैं, लेकिन उत्तर-पूर्व यानि ईशान कोण में कभी भी सीढ़ियां नहीं बननी चाहिए। ऐसा करने से घर में आर्थिक समस्याएं आने लगती हैं।
2- वास्तु शास्त्र के अनुसार विषम संख्यां में सीढ़ियों का होना शुभ माना जाता है। इनकी संख्या 5,7,11,13 होना तरक्की और उन्नति लाता है, जबकि सम संख्या में सीढ़ियां घर में परेशानियां बढ़ाती हैं।
3- अगर मकान के ऊपरी मंजिल में किराएदार हों तो उनके लिए सीढ़ियां कभी भी मेन गेट के पास से नहीं बनवानी चाहिए। नहीं तो घर में आने वाली सारी तरक्की किराएदार के हिस्से में चली जाती है और मकान मालिक तंगहाल हो जाता है।
4- सीढ़ी के नीचे खाली जगह पर कभी भी किचन, बाथरूम, पानी की टंकी या एक्वेरियम नहीं बनवाना चाहिए। इसका परिवार के लोगों पर नकारात्मक असर पड़ता है।
5- अगर आपके घर की सीढ़ी बनने में कुछ वास्तुदोष आ गए हैं तो आप सीढ़ी के नीचे पिरामिड रख दें और रोशनी की भरपूर व्यवस्था कर दें। सीढ़ियों के पहले पावदान पर हरे रंग का डोर मैट रखने से भी सभी तरह के वास्तुदोष समाप्त हो जाते हैं।
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