नई दिल्ली, Shani Asta 2023: ज्योतिष गणना के अनुसार, 17 जनवरी को शनि ने अपनी स्वराशि कुंभ राशि में प्रवेश किया था। वहीं अब 31 जनवरी को कुंभ राशि में ही अस्त होने वाले हैं। इसके बाद 5 मार्च को उदित हो जाएंगे। शनि को न्याय देवता और कर्म फल दाता माना जाता है। शनि ग्रह की स्थिति सही होने पर रंक भी राजा बन जाता है और कुद्रष्टि होने पर राजा से रंक बन जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि के अस्त होने से कई राशियों के लिए मुश्किलें बढ़ेंगी, लेकिन कई ऐसी राशियां है जिन्हें शनि के अस्त होने से ढेरों लाभ मिलेगा।
कब हो रहे हैं शनि अस्त?
पंचांग के अनुसार, शनि 31 जनवरी को सुबह 2 बजकर 46 मिनट में अस्त हो रहे हैं,जो 5 फरवरी 2023 को रात 8 बजकर 46 मिनट पर उदय हो जाएंगे।
शनि के अस्त होने का शुभ प्रभाव
मिथुन राशि
इस राशि के लिए शनि का अस्त होना शुभ साबित हो सकता है। इस राशि के जातकों को नौकरी और बिजनेस में अपार सफलता हासिल होगा। करियर के क्षेत्र में थोड़ा मेहनत करेंगे, तो सफल होंगे। इसके साथ ही धर्म कर्म बढ़ेगा।
कन्या राशि
कन्या राशि के लिए शनि का अस्त होना लाभकारी होगा। इस राशि में शनि छठे भाव में अस्त हो रहा है। ऐसे में शनि के अस्त होने से उसका प्रभाव काफी कम हो जाएगा। जिसके कारण रुका हुआ धन वापस मिलेगा। कर्ज से मुक्ति मिलेगी। इसके साथ ही शत्रुओं के ऊपर विजय प्राप्त होगी।
मकर राशि
इस राशि में मकर दूसरे भाव में अस्त हो रहे हैं। ऐसे में इस राशि के जातकों को भी प्रभाव अच्छा होगा। इस राशि में वाणी के भाव में अस्त हो रहे हैं। ऐसे में इस राशि के जातक बस अपनी वाणी का थोड़ा ख्याल रखें। आर्थिक स्थित सही रहने वाली है। बिजनेस करने वालों को भी लाभ मिलने के आसार है।
मीन राशि
इस राशि में शनि बारहवें भाव में अस्त होने वाले हैं। ऐसे में इस राशि के जातकों को हर क्षेत्र में सफलता हासिल होगी। लंबे समय से रुके हुए काम सुचारू रूप से शुरू हो जाएंगे। धार्मिक यात्रा के लिए भी जा सकते हैं। जीवन के कई कष्टों से भी छुटकारा मिलेगा।
डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।