100 साल में पहली बार एक साथ नवग्रह स्थान बदलेंगे, ये साल काफी शुभकारी
ज्योतिष गणनाओं के अनुसार भी 2017 काफी शुभकारी माना जा रहा है। शताब्दी में पहली बार नवग्रह 2017 में अपनी राशि परिवर्तन करेंगे। इसके पहले 19वीं शताब्दी में ऐसी घटना हुई थी।
नया साल 2017 इस बार रविवार से प्रारंभ हुआ रविवार के स्वामी सूर्यदेव हैं। इस तरह 2017 में सूर्यदेव प्रभावी रहेंगे। इससे 2017 के अधिपति ग्रह सूर्यदेव रहेंगे। इसके अलावा जनवरी 2017 में पांच रविवार पड़ रहे हैं। 100 साल में पहली बार एक साथ नवग्रह अपना स्थान एक साथ बदलेंगे। सामान्य वर्षों में सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, शुक्र, अपनी राशि परिवर्तित करते हैं। लेकिन शनि, वृहस्पति,राहु और केतु हर वर्ष अपना स्थान परिवर्तन नहीं करते। 2017 में 9 ग्रह अपना स्थान परिवर्तित करेंगे।
पंडितों ने बताया कि नया साल 2017 इस बार रविवार से शुरू हुआ रविवार का स्वामी सूर्य होने से इस साल में सूर्यदेव का प्रभाव ज्यादा रहेगा। ज्योतिष गणनाओं के अनुसार भी 2017 काफी शुभकारी माना जा रहा है। शताब्दी में पहली बार नवग्रह 2017 में अपनी राशि परिवर्तन करेंगे। इसके पहले 19वीं शताब्दी में ऐसी घटना हुई थी।
पंडितों के मुताबिक सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध और शुक्र हर वर्ष अपनी राशि परिवर्तित करते हैं, लेकिन शनि, वृहस्पति, राहु और केतु हर वर्ष अपनी राशि परिवर्तित नहीं करते हैं। शनि अपनी राशि ढाई वर्ष में वृहस्पति 13 महीने में, राहु और केतु 18 महीने में अपनी राशि परिवर्तित करते हैं।
इस तरह बदलेगी ग्रहों की चाल
वृहस्पति 12 सितंबर को कन्या राशि का परित्याग कर तुला राशि में प्रवेश करेंगे। शनिदेव 25 अक्टूबर को वृश्चिक राशि का त्याग कर धनु-राशि में जाएंगे। वहीं राहु 17 अगस्त को सिंह राशि का त्याग कर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। केतु भी 17 अगस्त को कुंभ राशि का त्याग कर मकर राशि में जाएंगे।
कई तीज त्योहार इस बार रविवार को
नए साल 2017 में अनेक त्योहार रविवार को ही पड़ेंगे। जिससे त्योहारों की कई छुट्टियां कम हो जाएंगी। इसमें पुत्रदा एकादशी, मकर संक्राति, महावीर जयंती, गंगा दशहरा, जगन्नाथ रथयात्रा, भड़ली नवमीं, गुरु पूर्णिमा, हरियाली अमावस्या, हरछठ, करवा चौथ, आंवला नवमीं जैसे कई पर्व रविवार को पड़ रहे हैं।