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Lord Hanuman Worship Tips: भगवान हनुमान की पूजा अर्चना के समय महिलाएं रखें इन बातों का ध्यान, इन चीजों को ना करें अर्पित

Lord Hanuman Worship Tips महिलाओं को हनुमान जी की पूजा करते वक्त कुछ विशेष बातों का ध्यान जरूर देना चाहिए। आइए जानते हैं कि वह कौनसी बातें हैं जिनका महिलाओं को भगवान हनुमान की पूजा अर्चना के समय विशेष ध्यान रखना होता है।

By Pradeep ChauhanEdited By: Published: Tue, 31 May 2022 10:55 PM (IST)Updated: Tue, 31 May 2022 10:55 PM (IST)
पूजा में महिलाओं के लिए कुछ नियम होते हैं, जिनका पालन करना अनिवार्य माना गया है।

नई दिल्ली। Lord Hanuman Worship Tips: हनुमान बजरंगबली की पूजा अर्चना से इंसान के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि अगर इनकी पूजा अर्चना में प्रभु श्रीराम व सीता माता का स्मरण कर लिया जाए तो हनुमान भगवान बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। पहनसुत को संकट मोचन के नाम से भी जाना जाता है। भगवान हनुमान की पूजा अर्चना करने की विधि बहुत सरल हैं। बस उनको निष्कपट भाव और सादगी से याद करना चाहिए। इसके बाद इंसान के किसी भी कार्य में कोई बाधा नहीं आती है।

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ऐसी मान्यता भी है कि हनुमान जी को संकटों को हरने वाले देवता भी कहा जाता है। मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित होता है और इस दिन नियम से पूजा पाठ करने से सारी मनोकामना पूरी होती हैं। हालांकि हनुमान जी की पूजा में महिलाओं के लिए कुछ नियम होते हैं, जिनका पालन करना अनिवार्य माना गया है।

क्योंकि हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी और महायोगी भी कहा गया है। उन्होंने सभी महिलाओं को माता का दर्जा दिया है। इसीलिए महिलाओं को हनुमान जी की पूजा करते वक्त कुछ विशेष बातों का ध्यान जरूर देना चाहिए। आइए जानते हैं कि वह कौनसी बातें हैं, जिनका महिलाओं को भगवान हनुमान की पूजा अर्चना के समय विशेष ध्यान रखना होता है। 

वहीं, महिलाएं हनुमान जी का प्रसाद बना सकती हैं। उन्हें हलवा व पूरी अर्पित भी कर सकती हैं, लेकिन ऐसा करते वक्त वे मासिक धर्म से न गुजर रही हों इस बात का विशेष ध्यान देना चाहिए। महिलाओं को बजरंगबाढ़ का पाठ नहीं करना चाहिए। हिंदू शास्त्रों में ऐसा करना अशुभ माना गया है। 

महिलाएं पूजा अर्चना करते समय इन बातों का रखें ध्यान

जनेऊ अर्पित न करें।

अपने हाथों से सिंदूर न चढ़ाएं।

बजरंग बाण का पाठ न करें।

हनुमान जी को आसन न दें।

चोला भी न चढ़ाएं।

लंबे अनुष्ठान नहीं करना चाहिए।

रजस्वला होने पर हनुमान जी से संबंधित कोई भी कार्य नहीं कर सकतीं।

चरणपादुकाएं अर्पित न करें।

पंचामृत स्नान नहीं कराना चाहिए।


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