विधवा माताओं ने खेली होली
रुढि़वादी परंपराओं को दरकिनार करते हुए विधवा माताओं ने शुक्रवार को गुलाल और फूलों से होली खेली। विधवा माताएं अस्सी घाट पहुंचीं। यहां उन्होंने साध्वियों और संतों के साथ फूलों और गुलाल के साथ होली खेली और एक-दूसरे पर फूल, गुलाल छिड़का।
वाराणसी। रुढि़वादी परंपराओं को दरकिनार करते हुए विधवा माताओं ने शुक्रवार को गुलाल और फूलों से होली खेली। विधवा माताएं अस्सी घाट पहुंचीं। यहां उन्होंने साध्वियों और संतों के साथ फूलों और गुलाल के साथ होली खेली और एक-दूसरे पर फूल, गुलाल छिड़का।
यह अनोखा समारोह सुलभ इंटरनेशनल के तत्वावधान में किया गया था। सुलभ इंटरनेशनल वृंदावन, वाराणसी और उत्तराखंड में हजारों विधवा माताओं देखभाल कर रहा है। इस मौके पर डा. बिंदेश्वर पाठक ने कहा कि सुलभ विधवा माताओं की हालत सुधारने और उन्हें मुख्यधारा में लाने के लिए अभियान चलाता रहेगा। उन्होंने औपचारिक रूप से अस्सी घाट से नौका सेवा का भी उद्घाटन किया। नाव से उतरी विधवा माताओं का स्वागत किया। होली समारोह वसंतोत्सव में बिरला विडो होम, नेपाली आश्रम, दुर्गाकुंड आश्रम और सारनाथ के दो आश्रमों की विधवा माताओं ने हिस्सा लिया। इस मौके पर काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।