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Holi 2021: कब है होलिका दहन और होली का त्यौहार, जानें शुभ मुहुर्त और महत्व

Holi 2021 हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन होलिकादहन किया जाता है। यह त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक कहा जाता है। फिर इस दिन के अगले ही दिन होली का त्यौहार मनाया जाता है।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Published: Sun, 14 Mar 2021 12:30 PM (IST)Updated: Sun, 14 Mar 2021 05:50 PM (IST)
Holi 2021: कब है होलिका दहन और होली का त्यौहार, जानें शुभ मुहुर्त और महत्व
Holi 2021: कब है होलिका दहन और होली का त्यौहार, जानें शुभ मुहुर्त और महत्व

Holi 2021: हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन होलिकादहन किया जाता है। यह त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक कहा जाता है। फिर इस दिन के अगले ही दिन होली का त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन लोग एक दूसरे को रंग लगाते हैं। इस वर्ष होलिका दहन 28 मार्च को और होली 29 मार्च को मनाया जाएगा। पंचांग के अनुसार, होली से 8 दिन पहले होलाष्टमक लगा जाता है जो 22 मार्च से शुरू हो जाएगा। होलाष्टक के दिन शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। आइए जानते हैं होलिका दहन का शुभ मुहूर्त।

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होलिका दहन का शुभ मुहूर्त:

होलिका दहन तिथि- 28 मार्च, रविवार

होलिका दहन शुभ मुहूर्त- शाम 6 बजकर 36 मिनट से रात 8 बजकर 56 मिनट तक

होली- 29 मार्च, सोमवार

जानें कैसे किया जाता है होलिका दहन?

इस दिन के कुछ दिन पहले से ही किसी एक जगह पर सूखा पेड़ रख दिया जाता है। इस पर लकड़ियां, घास, पुआल और गोबर के उपले रखे जाते हैं। फिर होलिका दहन वाले दिन इसका दहन किया जाता है। घर का कोई भी बड़ा सदस्य इसे अग्नि देता है। होलिका दहन को छोटी होली भी कहा जाता है। होलिका दहन के अलगे दिन रंगों की होली मनाई जाती है।  

कैसे मनाई जाती है होली?

होली रंगों का त्यौहार है। ब्रज की होली पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। ब्रज में होली का त्यौहार पूरे महीने चलता है।वहीं, बरसाना की लट्ठमार होली भी लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है। मध्यप्रदेश के मालवा अंचल की बात करें तो होली के पांचवें दिन रंगपंचमी मनाई जाती है। वहीं इस दिन महाराष्ट्र में लोग भी इस दिन रंग पंचमी मनाते हैं और एक-दूसरे को सूखे गुलाल लगाते हैं।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। '  


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