Move to Jagran APP

Chaiti Chhath 2019 Date: यहां जाने सूर्य उपासना के पर्व चैती छठ का दिन और तारीख

9 अप्रैल 2019 मंगलवार से शुरु होगा भगवान सूर्य की आराधना का Chaiti Chhath उत्सव। साल में दो बार होती है छठ।

By Molly SethEdited By: Published: Mon, 08 Apr 2019 09:20 AM (IST)Updated: Tue, 09 Apr 2019 09:15 AM (IST)
Chaiti Chhath 2019 Date: यहां जाने सूर्य उपासना के पर्व चैती छठ का दिन और तारीख
Chaiti Chhath 2019 Date: यहां जाने सूर्य उपासना के पर्व चैती छठ का दिन और तारीख

सूर्योपासना का पर्व 

loksabha election banner

छठ मुख्य रूप से सूर्योपासना का पर्व है, जो सूर्य षष्ठी व्रत होने के कारण छठ कहलाता है। यह पर्व साल में दो बार मनाया जाता है। हिंदी पंचांग के अनुसार चैत्र माह में और कार्तिक माह में। चैत्र शुक्ल पक्ष षष्ठी पर मनाये जाने वाले छठ पर्व को चैती छठ कहते हैं। यह पूजा और व्रत पारिवारिक सुख-समृद्धी तथा मनोवांछित फल प्राप्ति के लिए किया जाता है। स्त्री और पुरुष समान रूप से इसको कर सकते हैं। इस साल चैती छठ का व्रत 9 अप्रैल 2019 मंगलवार को आरंभ होगा।

क्यों मनाते हैं छठ

भगवान सूर्य को प्रसन्न करके उनसे संतान प्राप्ति के आर्शिवाद लेने और अपनी ऊसी संतान के स्वस्थ और निरोगी रखने की कामना से महिलायें छठ का व्रत और पूजन करती हैं। वहीं उनकी इस साधना को सकुशल पूर्ण करने और उनका मनोवांछित आर्शिवाद देने की प्रार्थना भगवान भास्कर से करते हुए पुरुष ये व्रत रखते हैं। इसके सम्बन्ध में अनेक कथायें प्रचलित हैं। इनमें से एक के अनुसार जब पांडव अपना सारा राजपाट जुए में हार गये, तब श्री कृष्ण द्वारा बताये जाने पर द्रौपदी ने छठ व्रत रखा। तब उनकी मनोकामनाएं पूरी हुईं और पांडवों को राजपाट वापस मिला। 

चार दिनों तक चलता है पर्व 

छठ पूजा का उत्सव चार दिनों तक चलता है। पहला दिन की शुरुआत नहाय खाय के साथ चतुर्थी के दिन से होती है। दूसरा दिन खरना पंचमी को होता है। तीसरे दिन षष्ठी को छठ पूजा का प्रसाद बनाया जाता है। सभी व्रती तालाब, नदी या घाट पर स्नान कर डूबते सूर्य  सूर्य को अर्घ्य देकर आराधना करते हैं। अंत में चौथे दिन यानि सप्तमी को सुबह सूर्योदय के समय भी सूर्यास्त वाली उपासना की प्रक्रिया को दोहराया जाता है। विधिवत पूजा कर प्रसाद बांटा कर छठ पूजा संपन्न की जाती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.