विश्वनाथ मंदिर में 18 से 23 नवंबर तक हुंडियों की गणना कराई जाएगी
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में 18 से 23 नवंबर तक हुंडियों की गणना कराई जाएगी। इसके लिए पहले से तय टीम के साथ ही दो अतिरिक्त अधिकारी भी लगाए जाएंगे। गिनाई में तत्परता के साथ पारदर्शिता का भी विशेष ख्याल रखा जाएगा। श्रद्धालुओं द्वारा दान के लिए मंदिर में लगाई गई
वाराणसी। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में 18 से 23 नवंबर तक हुंडियों की गणना कराई जाएगी। इसके लिए पहले से तय टीम के साथ ही दो अतिरिक्त अधिकारी भी लगाए जाएंगे। गिनाई में तत्परता के साथ पारदर्शिता का भी विशेष ख्याल रखा जाएगा। श्रद्धालुओं द्वारा दान के लिए मंदिर में लगाई गई हुंडियों की लंबे समय से गिनाई नहीं कराई गई थी। इससे यह भर गई थी जिससे चढ़ावे में गोलमाल की संभावना भी जताई जा रही थी।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी एमपी सिंह ने मंदिर में इस संबंध में बैठक की। हाल फिलहाल गिनाई कराने के साथ ही इसे नियमित रूप देने का निर्देश दिया। इस दौरान पूछे जाने पर मंदिर के कई खाते होने का कारण अधिकारी नहीं बता पाए। इस पर उन्होंने कहा कि दो बैंकों में खाते शीघ्र बंद करा दिए जाएंगे। माना जा रहा है कि बैंक प्रबंधकों के प्रभाव में समय-समय पर तत्कालीन सीईओ खाते खुलवाते गए। अब इससे रखरखाव में दिक्कत आने के साथ ही इस पर न्यास की बैठकों में कई बार आपत्ति जताई जा चुकी है। इसके अलावा पाया गया कि ज्ञानवापी-विश्वनाथ मंदिर में छह-छह घंटे की अलग-अलग पालियों में तैनात मजिस्ट्रेट पुलिस चौकी के उपरी तल पर स्थित अपने कक्षों में बैठे रहते हैं। तय किया गया कि अब चारों मजिस्ट्रेट मंदिर परिसर में बैठेंगे। दर्शनार्थियों व वीआइपी से जुड़े मामलों और किसी अन्य समस्या का भी तत्काल निस्तारण कराएंगे।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने गोयनका भवन भूखंड पर बना अस्थाई शौचालय बुधवार से चालू कराने और छत्ताद्वार में प्रसाधन कक्ष हटाने का निर्देश दिया। कहा कि क्रय किए जा चुके भवनों को गिराने का कार्य जल्द शुरू किया जाए ताकि इन पर निर्माण कार्य का खाका तैयार कर कार्य शुरू कराया जा सके। वहीं विस्तार के लिए चिह्नित भवनों की खरीद के लिए आपसी सहमति बनाने की प्रक्रिया भी तेज की जाए। लगभग चार घंटे चली बैठक व निरीक्षण में अपर कार्यपालक अधिकारी पीएन द्विवेदी और दानादाता भी थे।