11 अक्टूबर को बृहस्पति तुला से वृश्चिक राशि में करेंगे प्रवेश जानें क्या होगा आपकी राशि पर प्रभाव
पंडित दीपक पांडे बता रहे हैं कि गुरूवार 11 अक्टूबर को बृहस्पति ग्रह तुला राशि से निकल कल कर वृश्चिक राशि में प्रविष्ट हो जायेंगे। इस परिर्वतन पर आपकी राशि पर क्या प्रभाव होगा।
गुरू का राशि परिर्वतन
11 अक्टूबर 2018 की शाम 7.29 मिनट पर गुरु या बृहस्पति तुला राशि छोड़कर वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे। विगत 1 वर्ष से वे तुला में राशि में स्थित हैं। वृश्चिक गुरु के मित्र मंगल की राशि है। ज्याेतिष के अनुसार बृहस्पति को अत्यंत शुभ ग्रह माना जाता है आैर इसकी दृष्टि अमृतमयी मानी जाती है। इसका आधिपत्य पीले रंग की वस्तुआें पर विशेष रूप से होता है। यदि गुरू लग्नेश हो कर या लग्न भाव में स्थापित हो कर व्यक्ति का कारक बने तो वह बुद्घिमान, गंभीर आैर आर्कषक व्यक्तित्व वाला होता है। गुरू अब वृश्चिक राशि में 5 नवंबर 2019 तक रहेंगे। उनके इस राशि परिवर्तन का विभिन्न राशियों पर अलग अलग प्रभाव पड़ेगा।
राशियों पर प्रभाव
बृहस्पति के राशि परिर्वतन का देश आैर समाज की राजनीतिक, सामाजिक आैर आर्थिक स्थिति पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा। जानें राशि अनुसार गुरू में आये बदलाव का असर।
मेष राशि: इस अवधि में मेष राशि वालों को कठिनार्इ के बीच भी आशा की किरण नजर आती रहेगी, पर मति भ्रम, चित्त की अस्थिरता आैर मानसिक अशांति परेशान भी करती रहेगी।
वृषभ राशि: आपके लिए ये समय आर्थिक दृष्टि से लाभकारी है इसलिए कार्य व्यापार में सफलता प्राप्त होगी, हांलाकि इसके लिए पूरा प्रयास करना होगा। परोपकार की भावना का उदय होगा।
मिथुन राशि: इस राशि के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है, आैर कार्यों में व्यवधान आयेगा। जिसके चलते चिंता आैर व्यग्रता बढ़ेगी। स्वास्थ्य संबंधी समस्या भी हो सकती है।
कर्क राशि: इनके लिए गुरू श्रेष्ठ प्रभाव देगा, लेकिन अनुकूल परिणाम पाने के लिए विशेष प्रयास भी करना पड़ेगा। श्रम संघर्ष से अभीष्ट फल प्राप्त होगा।
सिंह राशि: आपके लिए लिए ये परिर्वतन सुख सौभाग्य में कमी करने वाला आैर आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। मित्रों से तनाव की स्थिति बन सकती है।
कन्या राशि: आपके लिए ये अवधि आर्थिक दृष्टि से शुभ मान सम्मान, पद प्रतिष्ठा आैर उत्तम स्वास्थ्य देने वाली रहेगी। एेश्वर्य में वृद्घि होगी।
तुला राशि: गुरू का वृश्चिक में भ्रमण दुख, कलह आैर विवाद बढ़ाएगा। कार्य क्षेत्र में भी उन्नति आैर सफलता के लिए कठिन संघर्ष करना पड़ेगा।
वृश्चिक राशि: आपके लिए गुरू भाग्य वृद्घि में सहायक, होगा। स्वास्थ्य के लिए सावधानी बरतें। धन, समृद्घि में वृद्घि होगी।
धनु राशि: सहयोगी जनों से वैमनस्य बढ़ेगा। सामाजिक आैर राजनीतिक क्षेत्रों से जुड़े व्यक्तियों को समस्याआें आैर धन संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा आैर धन व्यय संबंधित मुश्किले आयेंगी।
मकर राशि: शुभ आैर सर्वसिद्घिकारक है ये परिर्वतन। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा, नये निवेशों या व्यवसाययों में पवेश से कामयाबी मिलेगी, नौकरी में पदोन्नति की पूरी संभावना है।
कुंभ राशि: आपको आकस्मिक परिर्वतनों से हानि आैर मानसिक चिंता का सामना करना पड़ सकता है। विरोधियों के कारण कार्यों में व्यवधान आयेगा, व्यय भी बढ़ेगा।
मीन राशि: आयु, आरोग्य आैर सुख में वृद्घि, अभीष्ट कार्यों में सफलता आैर संतान से सुख की प्राप्त होगी। धन व एेश्वर्य में वृद्घि होगी।
परिर्वतन के लक्षण आैर उपाय
इस परिर्वतनों से कुछ लोगों की दूसरों से कम बन सकती है, परिवार के वृद्घ आपसे रुष्ट हो सकते हैं। इस दौरान सम्मान में कमी हो सकती है आैर अच्छे काम का यश भी नहीं मिलता, उसके भागी भी दूसरे बन जाते हैं। इस के विपरीत प्रभाव से सूजन, मोटापा, पीलिया आैर लीवर संबंधी बीमारियां बढ़ जाती हैं। एेसे में इन कष्टों से मुक्ति पाने के कुछ विशेष उपाय हैं। जैसे गुरुवार को गाय को चने की दाल खिलायें, इष्टदेव को पीले रंग के पांच फूल चढ़ायें। माता पिता आैर बुजुर्गों का सम्मान करें आैर उनका प्रतिदिन आर्शिवाद लें। धार्मिक स्थलों पर गुप्त दान करें आैर नाभि आैर माथे पर केसर का तिलक लगायें।