इस तरह गणेश जी को लाएं घर और करें उनकी पूजा
गणेश जी को घर शुद्ध कोरे लाल वस्त्र से ढक कर लाएं। कार में उन्हें सीट पर या अपनी गोद में रख कर लाएं, डिग्गी में ना रखें। अगर आप 5 सितम्बर को ही लाना चाहते हैं तो मुहूर्त है...
गणेश चतुर्थी 5 सितम्बर 2016 विशेष...
अमूमन हम एक दिन पहले गणेश जी को घर लेकर आते हैं। तब गणेश जी की मूर्ति का ज्यादा भाव मोल ना करें। उन्हें शुद्ध कोरे लाल वस्त्र से ढक कर लाएं। कार में उन्हें सीट पर या अपनी गोद में रख कर लाएं, डिग्गी में ना रखें।
अगर आप 5 सितम्बर को ही लाना चाहते हैं तो मुहूर्त है...
07:27AM से10:48 AM
07:27 AM से 10:48 AM
12:28 PM से 02:08 PM
07:08 PM से 09:48 PM
आप डेढ़, 3, 5, 7 या 11 दिन के लिये गणेश जी को आमन्त्रित करने का संकल्प ले सकते हैं और यह संकल्प मूर्ति लाते समय या स्थापना के समय मन में ले सकते हैं।
ध्यान रहे कि जितने दिन का संकल्प करके लाये हैं उससे पूर्व विसर्जन ना करें पर अधिक दिन रुकने के लिए गणेश जी से अनुनय विनय करके दिन उपरोक्त संख्या में बढ़ा सकते हैं।
जितने दिन गणेश जी घर में विराजमान रहें घर को ताला लगाकर सपरिवार बाहर नहीं जायें, कोई ना कोई सदस्य घर पर ही रुकें।
गणेश जी को दोनों आरती के समय यथा शक्ति लड्डू, मोदक, फल व मेवे का प्रसाद अर्पित करें। घर में सात्विक भोजन ही बने व सर्वप्रथम थाली लगा कर गणेश जी को भोजन अर्पित करें। इसके बाद परिवार सहित भोजन करें। घर में कोई क्लेश और चिंता नहीं करें।
पूजन व अन्य सामग्री
7 साबुत सुपारी, 5 साबुत पान के पत्ते, कलश हेतु ताम्बे या पीतल का कलश/ लोटा अक्षत (साबुत चावल) नारियल 3, ताजे पुष्प, कलावा, इत्र, केले के पत्ते, दूर्वा, हल्दी, चन्दन टीके हेतु कपूर, धूप व अगरबत्ती, गौ घृत का दीपक शहद, गुड़, गंगा जल, 5 अखरोट, 5 बादाम, 5 छुहारे, 5 काजू, 5 किशमिश आदि पंच मेवा।